Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 01:34 PM
जम्मू में काफी संख्या मे मंयाम्यार से आए रोहिंगया शरणार्थी रहते हैं और इन्हे देश के लिए खतरा भी बताया जा रहा है।
जम्मू : जम्मू में काफी संख्या मे मंयाम्यार से आए रोहिंगया शरणार्थी रहते हैं और इन्हे देश के लिए खतरा भी बताया जा रहा है। अब नया मामला यह उठ रहा है कि यह लोग मोबाइल सिम कार्ड का प्रयोग कर रहे हैं और यह इन लोगों को किस तरह से मिली। एक आरटीआई से जानाकारी मिली है कि जम्मू तहसील मे 198 रोहिंगया रहते हंै ( हालांकि ये सरकारी आकंडा है )। सरकार ने आरटीआई से जानकारी तो दी है साथ ही उनके मोबाईल नबंर भी मुहैया करवा दिए।
गौरतलब है कि बिना आधार कार्ड के अब सिम नहीं मिल सकते हैं और विदेशी नागरिक होने के नाते रोहिंग्याओं को आधार कैसे मिल सकते हैं। जहां एक तरफ रोहिंग्याओं को जम्मू से बाहर निकालने के लिए मुहिम चल रही है वहीं अब सिम कार्ड को लेकर नया पंगा सामने आ चुका है। आरटीआई कार्यकर्ता रोहित चौधरी ने बताया कि, मैने जम्मू कशमीर सरकार मे आरटीआई डाली थी कि राज्य मे कितने रोहिंगया रहते हैं और सरकार ने इस आरटीआई को सभी तहसीलदारो के पास भेजा, जिसके बाद मेरे पास एक जबाव आाय है जिसमे जम्मू तहसील का डाटा है। जम्मू तहसील में कुल 27 परिवार हैं जिनकी संख्या 198 की है। रोहित ने कहा कि सरकार ने इनके मोबाईल नबंर भी मुहैया करवाए हैं जोकि चिंता का विषय है।