Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 01:32 PM
जम्मू कश्मीर के शोपियां में गत 27 जनवरी को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में घायल युवक की आज यहां अस्पताल में मौत हो जाने के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गयी।
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के शोपियां में गत 27 जनवरी को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में घायल युवक की आज यहां अस्पताल में मौत हो जाने के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गयी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गनोवपोरा में सेना की गोली से घायल रईस अहमद गनी को शेरे-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान में भरती कराया गया था , जहां सुबह उसने दम तोड़ दिया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक भीड़ ने सेना के वाहनों पर पथराव किया था जिसके बाद सैनिकों ने अपनी रक्षार्थ गोलियां चलायी । पथराव में सेना के एक अधिकारी सहित सात जवान घायल हो गये थे।
घटना के विरोध में नेशनल कांफ्रेंस (एनसी), कांग्रेस और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों के अलावा अलगाववादी संगठनों ने रविवार को आम हड़ताल का आह्वान किया था। पुलिस ने सेना की इकाई के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है जबकि सरकार ने इस घटना की जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं। शोपियां के उपायुक्त को जांच अधिकारी नियुक्त किया है और उन्हें 20 दिन के भीतर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है। उपायुक्त ने मंगलवार को प्रत्यक्षदर्शियों और अन्य लोगों के बयान को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया है। विपक्ष और अलगावादियों ने मजिस्ट्रेट जांच को नकार दिया और सेना कर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। दूसरी तरफ रक्षा अधिकारियों ने सेना अधिकारियों के खिलाफ अदालती जांच से इन्कार किया है।
भाजपा के सदस्यों और नेताओं के विरोध के बावजूद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्राथमिकी वापस लेने से इन्कार कर दिया और इस कार्रवाई को तर्कसंगत बताया। इस बीच रईस की मौत की सूचना के बाद शोपियां में स्थिति तनावपूर्ण हो गयी है वहां पिछले छह दिनों से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।