Edited By vasudha,Updated: 25 May, 2019 03:50 PM
सूरत के एक चार मंजिला वाणिज्यिक परिसर में शुक्रवार दोपहर आग लगने के मामले में कोचिंग सेंटर के संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। कोचिंग सेंटर पर फायर सेफ्टी के इंतजाम न होने के आरोप में पुलिस ने संचालक को हिरासत में ले लिया है...
नेशनल डेस्क: सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने के मामले में पुलिस ने कोचिंग सेंटर के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को हुए भीषण अग्निकांड में 23लोगों की जानें चली गईं थीं, जिनमें ज्यादार किशोर छात्र शामिल हैं। सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने शनिवार को बताया कि सरथाना इलाके में वाणिज्यिक तक्षशिला कॉम्पलेक्स के दो बिल्डर फरार हैं।
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पुलिस ने कल रात तीन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है, जिनमें दो बिल्डर और कोचिंग संचालक शामिल हैं। हमने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कोचिंग संचालक की पहचान भार्गव भूटानी और दोनों बिल्डरों की पहचान हर्षुल वेकारिया और जिग्नेश पालीवाल के रूप में हुई है।
शर्मा ने कहा कि हमने भूटानी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकि दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए उनकी तलाश चल रही है। बता दें कि सूरत स्थित तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को अचानक आग लगने से 23 छात्रों की मौत हो गई है और कई घायल हो गए। टीवी चैनलों पर दिखाईं जा रही वीडियो में सरथना इलाके के तक्षशिला परिसर में लगी आग का भयानक मंजर दिखाई दिया, जहां छात्र आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूदते नजर आए। गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि हमने मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
घटनास्थल का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि ऑडिट में पता लगाया जाएगा कि राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में आग की घटना से बचाव के लिए समुचित उपकरण और सुविधाएं हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य शहरों और नगरों में अस्पताल, मॉल और दूसरी वाणिज्यिक इमारतों को भी ऑडिट में शामिल किया जाएगा।