Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 21 Apr, 2025 08:08 PM
अगर आपको लगता है कि रिटायरमेंट के वक्त आपके बैंक अकाउंट में 1 करोड़ रुपये होंगे और आप चैन की जिंदगी जी पाएंगे, तो यह खबर आपकी सोच बदल सकती है। क्योंकि जो पैसा आज बड़ा दिख रहा है, वो कल जरूरत के आगे छोटा पड़ जाएगा।
नेशनल डेस्क: अगर आपको लगता है कि रिटायरमेंट के वक्त आपके बैंक अकाउंट में 1 करोड़ रुपये होंगे और आप चैन की जिंदगी जी पाएंगे, तो यह खबर आपकी सोच बदल सकती है। क्योंकि जो पैसा आज बड़ा दिख रहा है, वो कल जरूरत के आगे छोटा पड़ जाएगा। हर साल बढ़ती महंगाई धीरे-धीरे आपकी सेविंग्स की वैल्यू को खा रही है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी चीज की कीमत आज ₹10 है और महंगाई 6% सालाना बढ़ रही है, तो आने वाले वर्षों में वही चीज ₹50 या उससे ज्यादा में बिकेगी। यही वजह है कि पैसों की "खरीदने की ताकत" कम हो जाती है।
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1 करोड़ आज तो बहुत है, कल नहीं होगा काफी
भले ही आज के वक्त में 1 करोड़ रुपये एक बहुत बड़ी रकम मानी जाती है, लेकिन 10, 20 या 30 साल बाद यही रकम आपकी ज़रूरतें पूरी करने में नाकाम हो सकती है। इसका सीधा कारण है महंगाई की रफ्तार।
कैलकुलेशन से समझिए, कितनी घटेगी वैल्यू
अगर हम औसतन 6% की वार्षिक महंगाई दर मानें, तो...
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10 साल बाद: ₹1 करोड़ की वैल्यू रह जाएगी सिर्फ ₹55.84 लाख
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20 साल बाद: यही ₹1 करोड़ की कीमत घटकर रह जाएगी ₹31.18 लाख
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30 साल बाद: यह रकम घटकर सिर्फ ₹17.41 लाख के बराबर रह जाएगी
अब सोचिए, जो चीज आज ₹1 करोड़ में मिल रही है, उसे 30 साल बाद खरीदने के लिए आपको लगभग ₹5.75 करोड़ की जरूरत होगी।
20 साल बाद 1 करोड़ नहीं, ₹2.73 करोड़ चाहिए
यदि आपको लगता है कि 20 साल बाद ₹1 करोड़ से आपकी रिटायरमेंट की ज़रूरतें पूरी हो जाएंगी, तो यह भ्रम है। क्योंकि उस समय तक वही जीवन स्तर बनाए रखने के लिए आपको करीब ₹2.73 करोड़ चाहिए होंगे।