Edited By vasudha,Updated: 20 Aug, 2020 04:40 PM
केरल के त्रिवेंद्रम अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अडानी समूह को लीज पर देने के केंद्र सरकार सरकार के निर्णय का भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की केरल की इकाई ने स्वागत किया है जबकि राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन इस निर्णय पर नाराजगी दिखे। उन्होंने...
नेशनल डेस्क: केरल के त्रिवेंद्रम अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अडानी समूह को लीज पर देने के केंद्र सरकार सरकार के निर्णय का भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की केरल की इकाई ने स्वागत किया है जबकि राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन इस निर्णय पर नाराजगी दिखे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख इस निर्णय पर फिर से विचार करना का आग्रह किया।
दरअसल राज्य की वामपंथी सरकार दरअसल त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे को कोचीन और कन्नौर अंतराष्ट्रीय हवाई की मदद के लिए बनाना चाहती थी लेकिन केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद राज्य सरकार की यह योजना असफल हो गयी। सीएम ने अपने पत्र में लिखा कि तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट का संचालन और प्रबंधन में निजी कंपनी का 'आगमन' नागरिक विमानन मंत्रालय और भारत सरकार की ओर से 2003 में दिए गए आश्वासन के खिलाफ है।
सीएम ने लिखा कि राज्य ने कई बार हवाई अड्डे का प्रबंधन विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) को सौंपने का अनुरोध किया था जिसमें राज्य सरकार प्रमुख हितधारक है, जिसकी भी अनदेखी की गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रखी गई बातों को नजरअंदाज कर भारत सरकार द्वारा लिए गए इस एकतरफा निर्णय के मद्देनजर, इसके कार्यान्वयन में सहयोग की पेशकश करना हमारे लिए मुश्किल होगा। यह निर्णय राज्य के लोगों की इच्छाओं के विरुद्ध है। सत्तारूढ़ वाम पार्टी और विपक्षी कांग्रेस अडानी समूह को तीन हवाई अड्डे पट्टे पर देने के केंद्र के फैसले के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डों को पट्टे पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। फरवरी 2019 में प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के बाद पीपीपी मॉडल के माध्यम से अडानी एंटरप्राइजेज ने छह हवाई अड्डों- लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी के संचालन के अधिकार हासिल किए थे।