Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 10:48 AM
जम्मू कश्मीर में शांति के लिए नई पहल के तहत केंद्र सरकार ने राज्य में सभी पक्षों के साथ ‘सतत संवाद’ के लिए पूर्व आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को अपना विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया। आनन-फानन में यहां बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ...
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में शांति के लिए नई पहल के तहत केंद्र सरकार ने राज्य में सभी पक्षों के साथ ‘सतत संवाद’ के लिए पूर्व आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को अपना विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया। आनन-फानन में यहां बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के पूर्व निदेशक शर्मा कैबिनेट सचिव का दर्जा रखेंगे और उन्हें यह निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता होगी वह किन से बात करें। शर्मा भारतीय पुलिस सेवा के 1979 बैच के अवकाश प्राप्त अधिकारी हैं। वह 1990 के दशक में जम्मू कश्मीर में सेवाएं दे चुके हैं और पिछले साल सेवानिवृत्त हुए।
शर्मा ने दिसंबर 2014 से 2016 के बीच गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वह राज्य की जनता, खासकर युवाओं की आकांक्षाओं को समझने के लिए सतत संवाद और वार्तालाप शुरू करेंगे और उन आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे। विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए जाने पर शर्मा ने कहा कि जो भी इस देश का नागरिक है जो भी स्टेकहोल्डर है, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर उन सभी से बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि वह जल्दी ही जम्मू-कश्मीर जाकर उन लोगों से बातचीत करेंगे।
वहां के जो नौजवान भटके हुए हैं, पाकिस्तान की जो फंडिंग आती है उनको समझाया जाएगा कि वह फंडिंग से उनका कोई भला होने वाला नहीं है। उससे कोई विकास होने वाला नहीं है, भटके युवाओं को समझाया जाएगा और जो वहां की समस्या है उससे कैसे निपटा जाए, इस पर काम किया जाएगा। दिनेश्वर शर्मा एनएसए अजीत डोभाल के सबसे खास और विश्वासपात्र रहे हैं। केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी दिनेश्वर शर्मा जब एनएसए अजीत डोभाल आईबी में डायरेक्टर थे उसी दौरान कश्मीर का काम देखते थे और कश्मीर के कई आतंकी ऑपरेशन को उस दौरान अंजाम दिया था।