Edited By Yaspal,Updated: 27 Jun, 2021 10:03 PM
देश में अभी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर पर मंथन शुरू कर दिया है। केंद्र के कोविड कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि आईसीएमआर की स्टडी के अनुसार तीसरी लहर
नेशनल डेस्कः देश में अभी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर पर मंथन शुरू कर दिया है। केंद्र के कोविड कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि आईसीएमआर की स्टडी के अनुसार तीसरी लहर देर से आने की संभावना है। हमारे पास देश में हर किसी का टीकाकरण करने के लिए 6-8 महीने की विंडो अवधि है। आने वाले दिनों में हमारा लक्ष्य हर दिन 1 करोड़ खुराक देने का है।
वहीं उन्होंने एक और बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों के लिए जायडस कैडिला वैक्सीन जुलाई के अंत या अगस्त में उपलब्ध होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि परीक्षण लगभग पूरा हो चुका है और सरकार जुलाई के अंत तक 12-18 आयु वर्ग के बच्चों को यह टीका देना शुरू कर सकती है।
अरोड़ा ने कहा कि कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट तीसरी लहर का कारण बनेगा यह कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना की लहरों का कारण इसके नए वेरिएंट ही हैं, इसलिए इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता कि डेल्टा प्लस वेरिएंट कोरोना की तीसरी लहर का कारण बने।
डेल्टा वैरिएंट ने मचाई है तबाही
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना की पहली लहर पिछले साल जनवरी में शुरू हुई थी और सितंबर के मध्य में चरम पर पहुंची थी। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर इस साल फरवरी के मध्य से शुरू हुई और अप्रैल-मई में चरम पर पहुंची। देखा गया कि पहली की तुलना में दूसरी लहर ज्यादा घातक रही। विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई। अब इसमें एक और म्यूटेशन हुआ है जो डेल्टा प्लस के रूप में सामने आया है।