राहुल गांधी ने साधा मोदी पर निशाना, बोले- कृषि कानूनों की तरह वापस लेनी पड़ेगी ‘अग्निपथ योजना’

Edited By Yaspal,Updated: 22 Jun, 2022 07:39 PM

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना में अल्पकालिक भर्ती की नई ‘अग्निपथ'' योजना को देश एवं सेना के साथ मोदी सरकार का ‘‘नया धोखा'''' और सेना को कमजोर करने वाला कदम करार देते हुए बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीनों कृषि...

नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना में अल्पकालिक भर्ती की नई ‘अग्निपथ' योजना को देश एवं सेना के साथ मोदी सरकार का ‘‘नया धोखा'' और सेना को कमजोर करने वाला कदम करार देते हुए बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीनों कृषि कानूनों की तरह इस योजना को वापस लेना पड़ेगा। उन्होंने ‘नेशनल हेराल्ड' समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में उनसे प्रवर्तन निदेशालय की पांच दिनों तक चली पूछताछ के दौरान एकजुटता प्रकट करने के लिए कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराया-धमकाया नहीं जा सकता।

राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों एवं विधायकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि ईडी की उनसे पूछताछ एक ‘छोटा मामला' है क्योंकि आज बेरोजगारी और ‘अग्निपथ' योजना सबसे जरूरी मुद्दे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मामला छोटा सा मामला है। सच कहूं तो यह जरूरी भी नहीं है। आज सबसे जरूरी बात रोजगार की है। लघु एवं मध्यम उद्योग देश की रीढ़ की हड्डी हैं। नरेंद्र मोदी जी ने इस रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है। यह बात मैं महीनों से कह रहा हूं।'' राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘जो हमारे युवा सेना में भर्ती के लिए रोज सुबह दौड़ते हैं उनसे मैं कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री ने देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया और यह देश अब रोजगार नहीं दे पाएगा।'' उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को दो-तीन उद्योगपतियों के हवाले कर दिया है।

‘अग्निपथ' योजना का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘देशभक्ति और सेना में जाने का आखिरी रास्ता था, उसे भी इन लोगों ने बंद कर दिया। ‘वन रैंक, वन पेंशन' की बात करते थे, अब ‘नो रैंक, नो पेंशन' हो गया है।'' उन्होंने दावा किया कि इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवा जब चार साल की सेवा के बाद सेना से बाहर निकलेंगे तो उन्हें रोजगार नहीं मिल पाएगा।

राहुल गांधी ने यह दावा भी किया, ‘‘आज चीन की सेना हिंदुस्तान की धरती पर बैठी हुई है। एक हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चीन की सेना ने हमसे छीना है। ऐसे में सेना को मजबूत करना चाहिए, लेकिन सरकार सेना को कमजोर कर रही है। जब युद्ध होगा तब इसका नतीजा सामने आएगा...देश का नुकसान होगा। ये लोग अपने आप को राष्ट्रवादी कहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘युवाओं के भविष्य की रक्षा करना हमारा फर्ज है। कृषि कानूनों के बारे में मैंने कहा था कि मोदी जी को तीनों कानून वापस लेने पड़ेंगे। कांग्रेस अब कह रही है कि मोदी जी को अग्निपथ योजना वापस लेनी पड़ेगी। हिंदुस्तान का हर युवा इस मुद्दे पर हमारे साथ खड़ा है।''

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हर युवा जानता है कि सच्ची देशभक्ति सेना को मजबूत करने में होती है...सरकार ने देश और सेना के साथ नया धोखा किया है। इस योजना को हम रद्द करवाएंगे।'' बाद में उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘चीन की सेना हमारे हिंदुस्तान की धरती पर बैठी है। प्रधानमंत्री जी, सच्ची देशभक्ति सेना को मज़बूत करने में है लेकिन आप एक 'नए धोखे' से सेना को कमज़ोर कर रहे हैं। देश के भविष्य को बचाने के इस आंदोलन में, हम युवाओं के साथ हैं।मैं फिर कह रहा हूं, आपको 'अग्निपथ' वापस लेना ही होगा।''

राहुल गांधी ने ईडी द्वारा उनसे पूछताछ का उल्लेख करते हुए कांग्रेस मुख्यालय में कहा कि वह जांच एजेंसी मुख्यालय के एक 12 गुणा12 के कमरे में तीन-चार अधिकारियों के साथ अकेले नहीं बैठे थे, बल्कि उनके साथ वहां कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता और वो सभी लोग थे जो नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बिना डरे लड़ रहे हैं, लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं में धैर्य है और वो सच्चाई के साथ हैं।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी में 2004 से काम कर रहा हूं, धैर्य नहीं आएगा तो, तो क्या आएगा? इस बात को कांग्रेस पार्टी का हर नेता समझता है। सचिन पायलट जी (मंच पर मौजूद) बैठे हुए हैं। मैं बैठा हूं...सिद्धरमैया जी भी बैठे हैं, रणदीप (सुरजेवाला) हैं, सब धैर्य से बैठे हैं, प्यार से बैठे हैं।'' उनका कहना था, ‘‘हमारी पार्टी हमें थकने नहीं देती है और हमें रोज धैर्य सिखाती है और इसी से हमें ताकत मिलती है, इसी से हम लड़ते हैं। उधर (भाजपा) धैर्य की कोई जरूरत नहीं, उधर बस हाथ जोड़ दो, मत्था टेक दो, सच्चाई मत बोलो, काम हो जाएगा।''

प्रवर्तन निदेशालय ने ‘नेशनल हेराल्ड' अखबार से जुड़े कथित धन शोधन मामले में राहुल गांधी से पांच दिनों में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की व इस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किये गए। कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों और विधायकों ने राहुल गांधी की प्रशंसा की और कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को डराया नहीं जा सकता। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के कई अन्य नेता मौजूद रहे।

 

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