Edited By Sonia Goswami,Updated: 19 Jan, 2019 11:22 AM
यूपी बोर्ड में हिंदी का पाठ्यक्रम बहुत ही जरुरी माना जाता है इसलिए आपको बता दें कि इसमें 70 अंकों की लिखित परीक्षा तथा 30 अंकों का विद्यालय स्तर पर प्रोजेक्ट वर्क होगा।
एजुकेशन डेस्कः यूपी बोर्ड में हिंदी का पाठ्यक्रम बहुत ही जरुरी माना जाता है इसलिए आपको बता दें कि इसमें 70 अंकों की लिखित परीक्षा तथा 30 अंकों का विद्यालय स्तर पर प्रोजेक्ट वर्क होगा। कुल मिलाकर 100 अंक माने जाएंगे।
1-(क) हिन्दी गद्य के विकास का संक्षिप्त परिचय - 5
(शुक्ल युग एवं शुक्लोत्तर युग-लेखकों एवं रचनाओं के नाम)
(ख) हिन्दी पद्य के विकास का संक्षिप्त परिचय - 5
(रीतिकाल एवं आधुनिक काल-कवि एवं उनकी कृतियां)
2-गद्य हेतु निर्धारित पाठ्य वस्तु से - 2+4+2=8
1-सन्दर्भ
2-रेखांकित अंश का अर्थ
3-तथ्यपरक प्रश्न
(पाठ-मित्रता, ममता, भारतीय संस्कृति, अजन्ता)
3-काव्य हेतु निर्धा रित पाठ्य वस्तु से सन्दर्भ सहित अर्थ - 2+6=8
(सूरदास, तुलसीदास, पंत, रामनरेश त्रिपाठी, सुभद्रा कुमारी चैहान)
4-संस्कृत हेतु निर्धा रित पाठ्यवस्तु से-
1-गद्य अथवा पद्य का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद - 2+4=6
(पाठ-वाराणसी, अन्योक्तिविलासः, प्रबुद्धों ग्रामीणः, भारतीया संस्कृतिः, जीवन सूत्राणि)
2-पाठों पर आधारित संस्कृत में अति लघु उत्तरीय प्रश्न - 2
5-निर्धारित पाठों के लेखकों तथा कवियों के जीवन परिचय एवं रचनाएं संबंधी प्रश्न (लघु उत्तरीय) 3+3= 6
6-काव्य सौंदर्य के तत्व - 2+2+2=6
क-रस-हास्य एवं करूण (परिभाषा व उदाहरण)
ख-अलंकार-उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा (परिभाषा उदाहरण)
ग-छन्द-दोहा, चौपाई-लक्षण उदाहरण
7-हिन्दी व्याकरण - 2+2+2+2+2+2=12
क-समास-कर्मधारय, बहुव्रीहि।
ख-लोकोक्तियां एवं मुहावरे-अर्थ एवं वाक्य प्रयेग
ग-पर्या यवाची शब्द
घ-विपरीतार्थक शब्द
ङ-तत्सम तद्भव
च-वाक्यांशों के लिए एक शब्द की रचना
8-संस्कृत व्याकरण - 1+2+1=4
क-सन्धि-यण्, वृद्धि सन्धि
ख-शब्दरूप-संज्ञा-फल, मति, पयस्
सर्वनाम्-तत्, युष्मद्।
ग-धातु रूप-पठ्, हस्, दृश्, पच्
9-निबन्ध-वैज्ञानिक, सांस्कृतिक, सामाजिक समस्यों पर आधारित तथा स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, जनसंख्या तथा यातायात नियम संबंधी निबन्ध- 8
(ब)-निर्धारित पाठ्यवस्तु
गद्य हेतु
पाठ लेखक
मित्रता रामचन्द्र शुक्ल
ममता जयशंकर प्रसाद
भारतीय संस्कृति राजेन्द्र प्रसाद
अजन्ता भगवत् शरण उपाध्याय
काव्य हेतु
सूरदास पद
तुलसीदास धनुष भंग, वन पथ पर
सुमित्रानन्दन पंत चींटी, चन्द्रलोक में प्रथम बार
रामनरेश त्रिपाठी स्वदेश प्रेम
सुभद्रा कुमारी चौहान झांसी की रानी की समाधि पर
संस्कृत हेतु
पाठ-वाराणसी, अन्योक्तिविलासः, प्रबुद्धा के ग्रामीणः, भारतीयाः संस्कृतिः, जीवन-सूत्राणि।
आन्तरिक मूल्यांकन आन्तरिक मूल्यांकन आन्तरिक मूल्यांकन-(प्रत्येक दो माह के अन्तिम सप्ताह में अंक योग-30
प्रथम-अगस्त माह में 10 अंक-वाचन (भाषण, वाद-विवाद आदि)
द्वितीय-अक्टूबर माह में 10 अंक-व्याकरण
तृतीय-दिसम्बर माह में 10 अंक-सृजनात्मक-निबन्ध, नाटक, कहानी आदि।