त्योहारी मांग बढ़ने से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

Edited By PTI News Agency,Updated: 20 Mar, 2021 05:24 PM

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नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) विदेशों में खाद्य तेलों में तेजी और त्योहारी मांग से स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को तेल-तिलहन कीमतों में सुधार का रुख रहा और कीमतें लाभ दर्शाती बंद हुईं।

नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) विदेशों में खाद्य तेलों में तेजी और त्योहारी मांग से स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को तेल-तिलहन कीमतों में सुधार का रुख रहा और कीमतें लाभ दर्शाती बंद हुईं।
सबसे सस्ता और मिलावट मुक्त होने से सरसों तेल की अच्छी मांग है। होली त्योहार के मद्देनजर देश में हलवाइयों के साथ-साथ घरेलू मांग बढ़ने के कारण सरसों तेल-तिलहनों के भाव लाभ दर्शाते बंद हुए।

वैश्विक स्तर पर हल्के तेलों में सोयाबीन की मांग के समर्थन से सोयाबीन तेल और दाना की कीमतों में सुधार देखने को मिला। सोयाबीन के तेल रहित खल (डीओसी) की घरेलू के साथ-साथ निर्यात की भारी मांग है। फरवरी, 2020 में 1,28,761 टन डीओसी का निर्यात हुआ था, जो फरवरी 2021 में बढ़कर 3,93,300 टन हो गया है। उधर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी देश में तिलहन उत्पदन बढ़ाने की आवश्यकता जताई है ताकि इसके आयात पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा की बचत हो सके।

बाजार सूत्रों का कहना है कि पामोलीन तेल की भारी मांग बनी हुई है और बंदरगाहों पर इसका स्टॉक कम है। कारोबारी जरूरत के हिसाब से पामोलीन तेल उठा रहे हैं और स्टॉक बनाने की कोशिश से बच रहे हैं। जिसकी वजह से सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में भी सुधार आया।

उन्होंने कहा कि कपास फसल की कमी की वजह से बहुत जल्द ही बिनौला पेराई का काम काफी कम हो जायेगा। मंडी में पहले ही इसकी आवक कम हो रही है जिसकी वजह से बिनौला तेल कीमतों में सुधार देखने को मिला।

उन्होंने कहा कि स्थानीय मांग के कारण मक्का खल की कीमतों में सुधार आया। इसमें वसा की अधिक मात्रा पाये जाने से इसे दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए उपयुक्त पोषाहार माना जाता है।

सूत्रों का मानना है कि तेल- तिलहन के मामले में आत्मनिभर्र होने और किसानों को तिलहन फसल के लिये प्रोत्साहित करने के लिए जरूरी है कि विदेशी बाजारों की घटबढ़ से घरेलू बाजार की रक्षा की जाये और स्वयं के उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जाये।
बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)
सरसों तिलहन - 5,900 - 5,950 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 6,245 - 6,310 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,300 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,465- 2,525 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,700 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,040 -2,130 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,170 - 2,285 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 14,000 - 17,000 रुपये।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,650 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,300 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,440 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,350 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,680 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,150 रुपये।

पामोलिन कांडला 12,150 (बिना जीएसटी के)
सोयाबीन दाना 5,690 - 5,720 रुपये: सोयाबीन लूज 5,525- 5,575 रुपये
मक्का खल 3,600 रुपये।



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