Edited By PTI News Agency,Updated: 22 Jun, 2021 04:34 PM
नयी दिल्ली, 22 जून (भाषा) इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लि. (आईआईएफसीएल) का बीते वित्त वर्ष 2020-21 का शुद्ध लाभ तीन गुना होकर 325 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वसूली में सुधार तथा डूबे कर्ज में कमी से कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़ा है।
नयी दिल्ली, 22 जून (भाषा) इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लि. (आईआईएफसीएल) का बीते वित्त वर्ष 2020-21 का शुद्ध लाभ तीन गुना होकर 325 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वसूली में सुधार तथा डूबे कर्ज में कमी से कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़ा है।
इससे पिछले वित्त वर्ष में आईआईएफसीएल ने 94 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था।
सार्वजनिक क्षेत्र की बुनियादी ढांचा वित्तपोषण कंपनी का अकेले का मुनाफा इस दौरान पांच गुना होकर 286 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2019-20 में 51 करोड़ रुपये रहा था।
आईआईएफसीएल के प्रबंध निदेशक पी आर जयशंकर ने वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने 20,892 करोड़ रुपये का कर्ज मंजूर किया और 9,460 करोड़ रुपये का वितरण किया। दोनों में कंपनी ने नया उच्चस्तर हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि कंपनी की संपत्ति की गुणवत्ता बेहतर हुई है। शुद्ध गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 9.75 प्रतिशत से घटकर 5.39 प्रतिशत पर आ गईं।
जयशंकर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक हम इसे चार प्रतिशत पर लाने का प्रयास करेंगे। इस दौरान कंपनी का सकल एनपीए भी 19.70 प्रतिशत से घटकर 13.9 प्रतिशत रह गया। अवरुद्घ ऋणों से नकद वसूली 2020-21 में एक साल पहले से 92 प्रतिशत बढ़ कर 625 करोड़ रुपये रही।
उन्होंने कहा कि कंपनी को अपने धन की लागत कम करने में भी कामयाबी हासिल हुई है। वर्ष के दौरान कंपनी का प्रावधन कवरेज (सुरक्षा) का दायदा 50.51 प्रतिशत से बढ कर 61.24 प्रतिशत पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि कंपनी अब अपने हर प्रकार के कारोबार में बाजार की गति के अनुसार कदम बढ़ाने की दिशा में बढ़ रही है।
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