नई दिल्ली: पाकिस्तान ने भारतीय हाई कमिश्नर गौतम बंबावले का भाषण कार्यक्रम रद्द कर दिया है। उच्चायुक्त के भाषण से ठीक आधे घंटे पहले कार्यक्रम रद्द करने की कार्रवाई की गई, इस कार्यक्रम में उन्हें व्यावसायिक समुदाय को संबोधित करना था। प्रोग्राम कराची चैंबर्स ऑफ कॉमर्स की ओर से रद्द किया गया है। हालांकि कार्यक्रम रद्द करने के कारणों को नहीं बताया है।
कश्मीर को बताया था भारत का आंतरिक मुद्दा
मंगलवार को पाकिस्तान में भारतीय राजदूत ने कहा था कि कश्मीर भूल जाइए और व्यापार पर ध्यान दीजिए। विदेशी रिश्तों पर कराची काउंसिल को दिए अपने भाषण में बंबावले ने कहा था कि व्यापार बढ़ाने के लिए, पाकिस्तान द्वारा भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया जाना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों को भारत का दौरा करना चाहिए। कदम से कदम बढ़ाकर इसे करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
बंबावाले ने कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताते हुए पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा था कि जिनके खुद के घर शीशे के हों उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। कश्मीर मुद्दे और हाल में बलूचिस्तान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए बम्बावाले ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों के भीतर समस्याएं हैं।
बंबावले ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान दोनों में समस्याएं हैं और आपको अन्य देशों की समस्याओं में झांकने की बजाय अपनी समस्याओं को सुलझाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। मोदी के बयान के बारे में राजनयिक ने कहा, प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त के अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में केवल उन्हें प्राप्त हुए पत्रों का जिक्र किया था। बंबावाले ने सोमवार को कराची काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस द्वारा आयोजित संवाद सत्र अपनी बात रखी थी।
आतंकवाद को समाप्त करने को कहा था
उन्होंने कहा कि भारत सरकार कहती रही है, हमें आतंकवाद के जड़ से सफाए के लिए मिलकर काम करना चाहिए जो न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि भारत और विश्व के लिए भी सिरदर्द है। बंबावाले ने कहा कि दोनों देशों को महज एक मुद्दे पर नहीं, बल्कि सभी मुद्दों पर बात करनी चाहिए।