Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 02:15 PM
जैसे कि शिव भक्तों को पता है कि शिवजी बहुत सरलता से प्रसन्न हो जाते हैं। इनकी पूजा के उपाय भी बहुत आसान होते हैं। जो इनकी पूरी श्रद्धा से पूजन करते हैं, भगवान शिव उन पर अपनी आपार कृपा करते हैं।
जैसे कि शिव भक्तों को पता है कि शिवजी बहुत सरलता से प्रसन्न हो जाते हैं। इनकी पूजा के उपाय भी बहुत आसान होते हैं। जो इनकी पूरी श्रद्धा से पूजन करते हैं, भगवान शिव उन पर अपनी आपार कृपा करते हैं। समस्त देवों में शिव ही एक ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों की भक्ति और पूजा देखकर काफी जल्दी खुश होते हैं। लेकिन यदि इनकी पूजा में वो चीजों का उपयोग किया जाए जो इनकी पूजा में वर्जित मानी गई है तो भोलेनाथ क्रोधित हो जाते हैं।
शिव को भोले और अनंत माना गया है। शिव ऐसे देव हैं जो पृथ्वी से लेकर आकाश और जल से लेकर अग्नि हर जगह पर विराजमान हैं। शिव भगवान इतने भोले हैं कि अपने किसी भी भक्त की भक्ति से खुश होकर उनकी मनोकामना पूरी कर देते हैं और उन्हें मनचाहा वरदान देते हैं।
हम में बहुत से लोगों को पता होगा कि शिव जी की पूजा सबसे ज्यादा दूध से की जाती है और यह मान्यता है कि सुबह-सुबह शिवलिंग का दूध से अभिषेक करना बहुत ही शुभ होता है। इसके अलावा शिव को जल, दही, शहद, घी, शकर, ईत्र, चंदन, केशर, भांग से भी पूजा जाता है। भक्त शिवलिंग की अलग-अलग प्रकार से पूजा करते है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिव पुराण में इन सभी चीजों को एक साथ मिलाकर या एक-एक चीज से शिवजी को स्नान कराने पर व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। ध्यान रहे कि स्नान करवाते समय "ॐ नम: शिवाय" मंत्र का जप करना बेहद फलदायक होता है।
लेकिन इलके अलावा एक एेसी चीज भी है जो शिव पूजन में वर्जित मानी गई है। .दि शिव की पूजा में ये चीजों का उपयोग किया जाए जो इनकी पूजा में वर्जित मानी गई है तो भोलेनाथ क्रोधित हो जाते हैं।
शिवलिंग पर न चढ़ाएं ये चीज
पुराणों के अनुसार शिवलिंग के पूजन में हल्दी का प्रत्येक धार्मिक कार्य में योगदान होता है। लेकिन शिव पूजन व शिवलिंग के पूजन या अभिषेक में कभी भी हल्दी का प्रयोग नहीं किया जाता। यदि कोई व्यक्ति शिव जी के पूजन में भूल से ही हल्दी का प्रयोग करता है तो उसे कभी पूजन का फल नहीं मिलता।