Edited By ,Updated: 05 Dec, 2016 03:11 PM
एक बार हकीम लुकमान से उनके बेटे ने पूछा, ‘‘अगर मालिक ने फरमाया कि कोई चीज मांग तो मैं क्या मांगूं?’’
लुकमान
एक बार हकीम लुकमान से उनके बेटे ने पूछा, ‘‘अगर मालिक ने फरमाया कि कोई चीज मांग तो मैं क्या मांगूं?’’
लुकमान ने जवाब दिया, ‘‘परमार्थ का धन।’’
बेटे ने फिर कहा, ‘‘दूसरी चीज मांगनी हो तो?’’
लुकमान ने कहा, ‘‘हलाल की कौड़ी (पसीने की कमाई) मांगना।’’
बेटे ने फिर पूछा, ‘‘तीसरी चीज?’’ जवाब मिला, ‘‘उदारता।’’
चौथी चीज- शर्म,
पांचवीं चीज- अच्छा स्वभाव।
बेटे ने फिर पूछा, ‘‘और कुछ मांगने के लिए कहें तो?’’
लुकमान ने उत्तर दिया, ‘‘बेटा जिसको ये 5 चीजें यानी परमार्थ का धन, कौड़ी, उदारता, शर्म और अच्छा स्वभाव मिल गया हो उसके लिए मांगने के लिए क्या बचता है। यही खुशहाली का रास्ता है और इस रास्ते पर जाकर दुनिया का हर व्यक्ति खुशी से अपनी जिंदगी गुजार सकता है।’’