Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 02:03 PM
श्रीरामायण के अनुसार हनुमान जी भौमवार यानी मंगलवार के दिन पैदा हुए थे इसलिए ये वार उन्हें समर्पित है। मंगलवार को किए गए उपाय मंगल दोष से लेकर शनि दशा तक का निवारण करते हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं जो मंगलवार के दिन हनुमान जी को अर्पित करने से भविष्य में...
श्रीरामायण के अनुसार हनुमान जी भौमवार यानी मंगलवार के दिन पैदा हुए थे इसलिए ये वार उन्हें समर्पित है। मंगलवार को किए गए उपाय मंगल दोष से लेकर शनि दशा तक का निवारण करते हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं जो मंगलवार के दिन हनुमान जी को अर्पित करने से भविष्य में धन लाभ के योग बनने लगते हैं।
हनुमान जी के चरणों में लाल रंग का धागा अर्पित करें, हनुमान जी का विधिपूर्वक पूजन करें। अब कुश के आसन पर बैठकर लाल चंदन की माला से इस मंत्र का जाप करें।
हनुमान गायत्री मंत्र
ऊँ अंजनी जाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो हनुमान प्रचोदयात्
मंत्र जाप के बाद लाल धागा अपनी कलाई पर बांध लें।
गुलाब के फूलों की माला हनुमान जी को पहनाएं।
भगवान शिव के अंश से मंगल देव का जन्म हुआ है इसलिए इन्हें शिवांश कहा जाता है। मंगल की अनुकूलता पाने के लिए लाल गुलाब और फूल शिवलिंग पर चढ़ाएं।
शुद्ध देसी घी में लाल चंदन मिलाकर हनुमान जी की प्रतिमा पर लेप करने से वह शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
शनि और मंगल दोनों ग्रहों की प्रतिकूलता के लिए मंगलवार को लाल रंग का लंगोटा हनुमान जी को अर्पित करें।
लाल वस्त्र में दो मुठ्ठी मसूर की दाल बांधकर मंगलवार के दिन किसी भिखारी को दान करें।
जो जातक प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर के साथ तिल का तेल चढ़ाता है, वह उसके सभी विघ्न और बाधाओं को हर लेते हैं क्योंकि सिंदूर को मंगल की वस्तु अथवा तिल को शनि से संबंधित वस्तु माना गया है। हनुमान जी मंगलवार के स्वामी हैं और शनिदेव को वचन दिए थे कि वह हनुमान जी के भक्तों पर अपनी कृपा रखेंगे इसलिए तिल के तेल एवं सिंदूर से हनुमान की कृपा प्राप्त हो जाती है।