Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 03:51 PM
धार्मिक ग्रंथों में भगवान विष्णु के 24 अवतारों के बारे में वर्णन मिलता है, जिनमें से उनके 10 अवतार प्रमुख है। ये सारे अवतार उन्होंने राक्षसों के संहार के लिए धारण किए थे। इन्हीं प्रमुख रूपों मे सें सातंवा अवतार उन्होंने राम के रूप में लिया। विष्णुजी...
धार्मिक ग्रंथों में भगवान विष्णु के 24 अवतारों के बारे में वर्णन मिलता है, जिनमें से उनके 10 अवतार प्रमुख है। ये सारे अवतार उन्होंने राक्षसों के संहार के लिए धारण किए थे। इन्हीं प्रमुख रूपों मे सें सातंवा अवतार उन्होंने राम के रूप में लिया। विष्णुजी का यह रूप लंकापति रावण को मारने और धर्म की स्थापना के लिए धरती पर अवतरित हुआ था। मान्यता है कि विष्णुजी के इस अवतार की महिमा अपरिमित है और इनके नाम के जाप करने मात्र से मानव को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
यहां जानें सुख-समृद्धि पाने के मंत्र
कार्यसिद्धि मंत्र:
ॐ राम ॐ राम ॐ राम। ह्रीं राम ह्रीं राम। श्रीं राम श्रीं राम। रामाय नमः। रां रामाय नमः
सौभाग्य प्राप्ति मंत्र:
श्री राम जय राम जय जय राम। श्री रामचन्द्राय नमः।
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने॥
अकाल मृत्यु निवारण मंत्र:
नाम पाहरु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
गरीबी निवारण मंत्र:
अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के। कामद धन दारिद दवारि के॥
संतान प्राप्ति मंत्र:
प्रेम मगन कौसल्या निसिदिन जात न जान।
सुत सनेह बस माता बालचरित कर गान॥
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहि बाट॥
धन-प्राप्ति मंत्र:
जिमि सरिता सागर महुँ जाही। जद्यपि ताहि कामना नाहीं॥
तिमि सुख संपति बिनहिं बोलाएँ। धरमसील पहिं जाहिं सुभाएं॥