Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 11:18 AM
आजकल ज्यादातर लोग अपने घरों में परिवार के मृत लोगों की तस्वीरें लगा लेते हैं क्योंकि उन लोगों से उनकी भावनाएं जुड़ी होती है। इसी कारण वह परिवार के सदस्यों की मौत के बाद उनकी याद के तौर पर उनकी तस्वीरों को घर में लगाते हैं।
आजकल ज्यादातर लोग अपने घरों में परिवार के मृत लोगों की तस्वीरें लगा लेते हैं क्योंकि उन लोगों से उनकी भावनाएं जुड़ी होती है। इसी कारण वह परिवार के सदस्यों की मौत के बाद उनकी याद के तौर पर उनकी तस्वीरों को घर में लगाते हैं। कुछ लोग तो घर के पूजा स्थल में अपने पूर्वजों के तस्वीरें रख देते हैं। लेकिन शास्त्रों के मुताबिक एेसा करना गलत माना जाता है। इतना ही नहीं एेसा करने पर घर में की जानी वाली पूजा का फल भी नहीं मिलती और सकारात्मकता ऊर्जा भी घर में प्रवेश नहीं करती। तो आईए जानें इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें-
यदि आप घर के किसी मृत सदस्य की तस्वीर को घर में लगाना चाहते हैं तो इसके लिए उत्तर दिशा शुभ रहती है। यहां मृतकों के तस्वीर लगाई जा सकती है, लेकिन इस बात का ध्यान मंदिर में नहीं लगानी चाहिए। मंदिर में मृतकों के फोटो लगाने से देवी-देवताओं की पूजा सफल नहीं हो पाती है। साथ ही, इससे नकारात्मकता भी बढ़ती है, इसकी वजह से कार्यों में सफलता नहीं मिल पाती है और बुरे समय का सामना करना पड़ सकता है।
ध्यान रखें घर में पूजा करने वाले व्यक्ति का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होगा तो बहुत शुभ रहता है। इसके लिए पूजा स्थल का दरवाजा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। अगर ये संभव ना हो तो पूजा करते समय व्यक्ति का मुंह पूर्व दिशा में होगा, तब भी श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं।
घर में मंदिर ऐसे स्थान पर बनाया जाना चाहिए, जहां दिनभर में कभी भी कुछ देर के लिए सूर्य की रोशनी अवश्य पहुंचती हो। जिन घरों में सूर्य की रोशनी और ताजी हवा आती रहती है, वहां के कई वास्तु दोष स्वत: ही शांत हो जाते हैं। सूर्य की रोशनी से वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा में बढ़ौतरी होती है।
घर में जिस स्थान पर मंदिर है, वहां चमड़े से बनी चीजें, जूते-चप्पल नहीं ले जाना चाहिए। पूजन कक्ष में पूजा से संबंधित सामग्री ही रखनी चाहिए। अन्य कोई वस्तु रखने से बचना चाहिए।