Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 02:00 PM
अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए व्यक्ति युगों-युगों से देवी-देवताओं की आराधना करता आ रहा है। सप्ताह के सातों दिनों पर अलग-अलग दैविय शक्तियों का साम्राज्य स्थापित है। शिव पुराण में वर्णित है कि समस्त देवों की पूजा और उनके फल विभिन्न हैं।
अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए व्यक्ति युगों-युगों से देवी-देवताओं की आराधना करता आ रहा है। सप्ताह के सातों दिनों पर अलग-अलग दैवीय शक्तियों का साम्राज्य स्थापित है। शिव पुराण में वर्णित है कि समस्त देवों की पूजा और उनके फल विभिन्न हैं। भगवान शिव को समर्पित ग्रंथ शिवपुराण की मान्यतानुसार हफ्ते के सातों दिन इस रूप से देव आराधना करने से शिव पूजा के अनुरूप ही फल प्राप्त होता है। मनभावन फल की इच्छा के लिए किस दिन किस देव की उपासना की जाए आईए जानें-
रविवार- शारीरिक रोगों से मुक्ति पाने के लिए सूर्य पूजा करें और ब्राह्मणों को भोजन करवाएं।
सोमवार- धन की इच्छा हो तो लक्ष्मी पूजन करें, ब्राह्मणों को पत्नी सहित घी से पका हुआ भोजन करवाएं।
मंगलवार- रोगों से निजात पाने के लिए काली मां की पूजा करें, उड़द, मूंग और अरहर दाल या ब्राह्मण को अनाज से बना भोजन करवाएं।
बुधवार- पुत्र सुख की कामना है तो श्री विष्णु का पूजन करें।
गुरुवार- लंबी आयु की चाह रखते हैं तो वस्त्र,यज्ञोपवीत और घी मिले खीर से देवताओं विशेष रूप से गुरु का पूजन करें।
शुक्रवार- समस्त भोगों की प्राप्ति के लिए देवताओं का पूजन करें। ब्राह्मणों को अन्न दान करें।
शनिवार- अकाल मृत्यु से स्वयं की रक्षा के लिए रुद्र पूजा, तिल से हवन, दान, ब्राह्मणों को तिल मिला भोजन करवाएं।