Edited By ,Updated: 29 Apr, 2017 03:32 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साबित किया है कि एक चाय बेचने वाला शख्स भी देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकता है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साबित किया है कि एक चाय बेचने वाला शख्स भी देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकता है। पीएम मोदी की तरह एक और शख्स भी है, जाे दिल्ली एमसीडी चुनावाें के बाद से चर्चा में है। दिल्ली की पॉश मानी जाने वाली सिविल लाइंस म्यूनिसिपल वॉर्ड के पार्षद चुने गए अवतार सिंह भी पहले पीएम माेदी की तरह ही चाय बेचा करते थे। लेकिन अजमेरी गेट की तंग गलियों से निकलकर केसरिया पगड़ी बांधने वाला यह सिख नेता अब पॉश इलाके का प्रतिनिधित्व करेगा।
'चाय बेचना कोई छोटा काम नहीं'
अवतार सिंह 1980 के दशक में एक होटल में वेटर की नौकरी करते थे। नौकरी छूटने के बाद उन्होंने अजमेरी गेट पर पीपल के पेड़ तले चाय की दुकान लगानी शुरू कर दी। सिंह कहते हैं, चाय बेचना कोई छोटा काम नहीं है। चाय की दुकान पर उन्हें स्थानीय लोगों के विचार जानने का मौका मिला और कई दोस्त बने। चाय दुकान पर शुरू होने वाली चर्चाओं ने ही सिंह को स्थानीय राजनीति से जोड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह ही सिंह भी आरएसएस से गहराई से जुड़े हुए हैं। अपने संघर्ष के दिनाें काे याद करते हुए उन्हाेंने बताया, 1994 में उन्हें जेल हो गई थी। वह क्षेत्र में रामलीला का आयोजन करवा रहे थे जब एक धार्मिक पोस्टर को लेकर उन्हें तिहाड़ जेल भेजा गया। उस समय उनके बच्चों की परवरिश के लिए पत्नी को चाय की दुकान पर बैठना पड़ा। जेल में ही उनका संपर्क कुछ राजनेताओं से हुआ और उनके विचारों ने वे काफी प्रभावित हुए।
वाजपेयी को मानते है आदर्श
अटल बिहारी वाजपेयी को अपना आदर्श मानने वाले अवतार सिंह सादगी से जिंदगी बिताने में यकीन करते हैं। वह आज भी वॉर्ड में अपने ग्रे रंग के स्कूटर के साथ ही घूमते हैं और लोगों की परेशानी जानने की कोशिश करते हैं। जिंदगी में तमाम उतार-चढ़ाव देखने वाले अवतार सिंह अब कूरियर का बिजनस करते हैं और आज भी अपने 20 यार्ड के छोटे से घर में ही रहते हैं।