Edited By ,Updated: 06 Dec, 2016 03:37 PM
विमुद्रीकरण से देश के 93 प्रतिशत श्रमिक परेशान हैं। यह कहना है सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर का...
नई दिल्ली : नोटबंदी के कारण देश के 93 प्रतिशत श्रमिक परेशान हैं। यह कहना है सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर का। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आपने देश को कतार में खड़ा कर भिखारी बना दिया। काले धन वालों को लाइन में खड़े होना पड़ता तो हम मान लेते कि मोदी जी की मंशा सही है। सरकार की गलत आर्थिक नीतियां से काला धन नहीं मिटेगा।
उन्होंने कहा कि कई दल अलग-अलग समय पर मुद्दे उठाते हैं जो बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और इसमें हम उनका साथ भी देते हैं लेकिन दलों की राजनीति और जन आंदोलनों के बीच संवाद घट रहा है जो चिंताजनक है। मेधा पाटकर ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहकर भी जन आंदोलन के लोगों से सबसे ज्यादा बातचीत की थी।
मेधा पाटकर ने कहा कि मुंबई में 52 फीसदी आबादी झुग्गी झोपड़ी में रहती है। उन्होंने कहा कि मोदी जी कह रहे हैं कि वर्ष 2022 तक सबको घर मिलेगा लेकिन उनके मुख्यमंत्रियों और कलैक्टर के पास योजनाओं का कोई खाका ही नहीं है। कायदे से तो ये होना चाहिए कि जहां बस्तियां हो, वहीं सरकार उनका विकास करे। सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि जन आंदोलनों को एक साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अब सरकारें सब कुछ करेंगी, ऐसा संभव नहीं लगता। ऐसे में समाज को अपनी दिशा तय करने के लिए खुद आगे आना होगा।