Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 01:27 PM
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज तेदेपा प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को खुला खत लिखा है। इसमें उन्होंने तेलूगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होने के फैसले को राजनीति...
नेशनल डेस्क: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज तेदेपा प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को खुला खत लिखा है। इसमें उन्होंने तेलूगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होने के फैसले को राजनीति से प्रेरित और एकतरफा करार दिय। शाह ने कहा कि आंध्रप्रदेश के विकास को लेकर मोदी सरकार की प्रतिबद्धता दृढ है और इस पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।
टीडीपी का फैसला एकतरफा
भाजपा अध्यक्ष ने पत्र में लिखा कि यह फैसला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और इसमें प्रदेश के विकास को दरकिनार किया गया है। उन्होंने लिखा कि आंध्र प्रदेश के बंटवारे से लेकर आजतक भाजपा ने हमेशा राज्य के लोगों की आवाज को उठाया है। हम लगातार तेलगु लोगों और तेलगु राज्य के हित के बारे में सोचते हैं। कांग्रेस ने प्रदेश के बंटवारे में लोगों के हितों का खयाल नहीं रखा जिसकी वजह से लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ता है। चंद्रबाबू नायडू को 2014 के लोकसभा चुनाव की याद दिलाते हुए शाह ने लिखा कि जब राज्यसभा और लोकसभा में आपकी पार्टी के पास पर्याप्त संख्या नहीं थी तब भी भाजपा ने इस बात को प्राथमिकता से सदन में उठाया और प्रदेश के लोगों को न्याय दिलाने की बात कही थी।
नायडू के आरोपों को किया खारिज
शाह ने अपने पत्र में लिखा कि आंध्रप्रदेश का विकास हमारी सरकार के एजेंडे में सबसे ऊपर है और इसका उदाहण है कि हम प्रदेश में शैक्षणिक संस्थान, आधारभूत संरचना समेत अनेक विकास कार्यो में विशेष सहयोग दे रहे हैं । उन्होंने आंध्रप्रदेश के विकास के प्रति भाजपा के असंवेदनशील होने के नायडू के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये आरोप गलत और आधारहीन हैं। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश को अलग राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला किया है।