Edited By ,Updated: 14 Apr, 2017 08:21 AM
रसोई घर का अहम हिस्सा है, इसी स्थान पर देवी अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी का वास भी माना जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के सदस्यों को होने वाले रोग और
रसोई घर का अहम हिस्सा है, इसी स्थान पर देवी अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी का वास भी माना जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के सदस्यों को होने वाले रोग और कष्टों का कारण वास्तुदोष भी हो सकता है। आप किस दिशा की तरफ मुंह करके खाना पकाते और खाते हैं, यह भी बहुत महत्वपूर्ण है। उससे भी अहम है, आप किस अवस्था में रसोई में प्रवेश करते हैं। स्नान किए बिना न तो रसोई में प्रवेश करें, न ही खाना पकाएं और न ही खाएं। शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति ऐसा करता है, वो देवी अन्नपूर्णा का अपमान करता है। विज्ञान भी मानता है की जो व्यक्ति स्वच्छ होए बिना खाना बनाता या पकाता है उसे रोग दबोच लेते हैं और जल्दी पीछा नहीं छोड़ते।
जो लोग दक्षिण दिशा में मुख करके भोजन पकाते हैं वह कभी निरोग नहीं हो सकते।
पश्चिम दिशा में मुंह करके खाना बनाने से त्वचा और हड्डियों से संबंधित रोग होने का खतरा बना रहता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में मुंह करके खाना बनाने से घर-गृहस्थी में कभी खुशहाली नहीं आ सकती। छोटी-छोटी बातों पर भी पारिवारिक सदस्यों में मन-मुटाव हो जाता है।
उत्तर दिशा में मुंह करके भोजन बनाने से आर्थिक स्थिती कभी मजबूत नहीं होती।
पूर्व दिशा में मुख करके खाना बनाने से शुभता का संचार होता है, बरकत बनी रहती है।
रसोई की पूर्व दिशा में खिड़की जरूर रखें। इससे सकारात्मकता में बढ़ौतरी होती है।
किसी भी पारिवारिक सदस्य के भोजन करने से पहले गाय को रोटी दें। इससे कभी भी परिवार पर कोई संकट नहीं आता।