Edited By ,Updated: 18 May, 2023 05:16 AM
मोटापे के कारण लोगों की काम करने की क्षमता कम हो जाती है और दौडऩा-भागना तो दूर, ऐसे लोगों के लिए तेज चलना भी कठिन हो जाता है जबकि पुलिस कर्मचारियों से पूरी चुस्ती-फुर्ती की अपेक्षा की जाती है। इसी को देखते हुए कुछ राज्यों के पुलिस प्रशासन ने अपने...
मोटापे के कारण लोगों की काम करने की क्षमता कम हो जाती है और दौडऩा-भागना तो दूर, ऐसे लोगों के लिए तेज चलना भी कठिन हो जाता है जबकि पुलिस कर्मचारियों से पूरी चुस्ती-फुर्ती की अपेक्षा की जाती है। इसी को देखते हुए कुछ राज्यों के पुलिस प्रशासन ने अपने कर्मचारियों को शारीरिक रूप से स्वस्थ एवं छरहरा बनाने की प्रक्रिया शुरू की है।
इसी के तहत असम पुलिस ने वजन कम न करने वाले अपने मोटे कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वी.आर.एस.) लेने को कहा है। पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने अधिक वजन वाले पुलिस कर्मियों को नवम्बर के अंत तक अपना वजन घटाने या फिर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति में से एक विकल्प को चुनने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि हम 15 अगस्त से अधिकारियों सहित असम पुलिस के सभी कर्मियों को 3 महीने का समय देंगे और अगले 15 दिनों में उनके बी.एम.आई. (बॉडी मास इंडैक्स) का मूल्यांकन शुरू करेंगे व उसके बाद भी उनका वजन कम न होने पर (थायराइड जैसी समस्या से ग्रस्त कर्मियों को छोड़ कर) अन्य पुलिस कर्मियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प दिया जाएगा। पुलिस बलों में कर्मचारियों की चुस्ती और मुस्तैदी को यकीनी बनाने के लिए उनका मोटापे से मुक्त होना जरूरी है। इसके लिए सभी राज्यों के पुलिस प्रशासनों को उक्त कदम उठाने चाहिएं।—विजय कुमार