Edited By ,Updated: 31 Jul, 2020 02:56 AM
विभिन्न कारणों से विश्व में हिंसा की प्रवृत्ति और असहिष्णुता लगातार बढऩे से विश्व शांति और मानव जाति के लिए भारी खतरा पैदा हो..
विभिन्न कारणों से विश्व में हिंसा की प्रवृत्ति और असहिष्णुता लगातार बढऩे से विश्व शांति और मानव जाति के लिए भारी खतरा पैदा हो गया है :
* 14 जुलाई को ‘अफगानिस्तान में पूर्वी काबुल’ में हुए बम विस्फोट में 4 नागरिक मारे गए तथा 4 अन्य घायल हो गए।
* 15 जुलाई को ‘अफगानिस्तान के उत्तरी कुंदुज प्रांत’ में तालिबानियों के हमले में 2 अफगान सैनिकों की जान गई तथा 5 घायल हुए।
* 21 जुलाई को ‘अमरीका के शिकागो’ में एक अंतिम संस्कार में शामिल विलाप कर रहे लोगों पर कार सवार हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं जिससे 14 लोग घायल हो गए और कई जगह आग लग गई।
* 23 जुलाई को उत्तर-पश्चिम ‘पाकिस्तान के पेशावर’ जिले के पाड़ाचिनार शहर में एक बम धमाके में 20 लोग घायल हो गए।
* 25 जुलाई को ‘अमरीका के फ्लोरिडा’ में वायु सेना के हर्लबर्ट स्थित अड्डे पर फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत और एक अन्य घायल हो गया।
* 27 जुलाई को ‘अफ्रीकी देश सूडान’ के पश्चिमी दारफूर प्रांत में हुए हमले में 60 लोगों की मौत और 60 लोगों के घायल होने के बाद प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदक ने देश में आपातकाल घोषित कर दिया है।
* 27 जुलाई को ही ‘अमरीका के कई शहरों’ में नस्ली हिंसा के विरुद्ध न्याय और पुलिस सुधारों की मांग पर बल देने के लिए हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान ओरेगान तथा आकलैंड में प्रदर्शनकारियों ने दो अदालत परिसरों पर भी हमले किए। अनेक स्थानों पर आगजनी और तोड़-फोड़ की घटनाएं हुईं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मचारियों के ऊपर जलते हुए पटाखे फैंके और अनेक स्थानों पर आग लगा दी।
* 27 जुलाई को ही ‘ईराक की राजधानी बगदाद’ में नए सिरे से भड़के सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान ईराकी सेनाओं और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 2 लोगों की मौत तथा 21 लोग घायल हो गए।
* 27 जुलाई को ही ‘दक्षिण कोरिया के सियोल’ में तैनात अमरीकी राजदूत हैरी हैरस के विरुद्ध भी लोगों का गुस्सा भड़क उठा परंतु यह गुस्सा राजनीतिक कारणों से न होकर उनकी मूंछों को लेकर था।
हैरी की मां जापानी और पिता अमरीकी हैं। लोगों का कहना है कि हैरी की मूंछें 1910 और 1945 के दौरान एक जापानी जनरल द्वारा दक्षिण कोरिया के लोगों पर किए अत्याचारों की याद दिलाती हैं लिहाजा वह उन्हें कटवाएं।
हैरी ने जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए मूंछें कटवा दीं। हालांकि उनका कहना है कि उन्होंने कोरोना संकट के चलते भारी गर्मी के कारण मास्क लगाने में असुविधा से बचने के लिए मूंछें मुंडवाई हैं।
* 27 जुलाई को ‘कनाडा में वैंकूवर’ स्थित आर्ट गैलरी के निकट विभिन्न संगठनों ने चीन की साम्राज्यवादी नीतियों के विरुद्ध प्रदर्शन किया और चीनी दूतावास के निकट रैली करके अपना रोष जताया।
* 29 जुलाई को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमरीका के राष्ट्रपति के चुनाव को प्रभावित करने के लिए रूस कोरोना को लेकर भ्रम फैला रहा है तथा इसके लिए रूसी एजैंसी जी.आर.यू. इनफोरेस आदि द्वारा विभिन्न वैबसाइटों से कहा गया है कि वे चीन के उस आरोप का समर्थन करें जिसमें कहा गया है कि अमरीकी सेना ने ही कोरोना वायरस बनाया था।
* 29 जुलाई को ‘पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित बाल्तिस्तान’ में छापेमारी के दौरान पाकिस्तान पुलिस के 5 सदस्य मारे गए।
* 29 जुलाई को ही ‘तालिबानी आतंकवादियों’ और पाकिस्तानी सेना द्वारा अफगान सीमा पर लगातार किए जाने वाले राकेट हमलों के विरुद्ध अफगानों और पश्तूनों ने विश्व भर में प्रदर्शन किए।
* 29 जुलाई को ही ‘ईरान ने संयुक्त अरब अमीरात में स्थित फ्रांस के अलधाफा’ हवाई ठिकाने के पास होरमुज स्टेट में डमी अमरीकी विमान वाहक जहाज को मिसाइल हमले से उड़ा दिया। उस समय भारत आ रहे पांच राफेल विमान भी वहीं थे जिनके पायलटों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया।
* 29 जुलाई को ही ‘अमरीका के वाशिंगटन’ में अस्पताल के बाहर खड़ी एक भारतीय नर्स पर ताबड़तोड़ चाकू से कई वार करने के बाद एक वाहन से धक्का मार कर उसकी हत्या कर दी गई।
* 29 जुलाई को ही ‘पाकिस्तान के इस्लामाबाद’ में ईश निंदा के आरोपी ताहिर शमीम अहमद की कोर्ट रूम के अंदर गोली मार कर हत्या कर दी गई।
विश्वभर में व्याप्त हिंसा और असंतोष के ये तो चंद उदाहरण हैं जबकि इनके अलावा भी विश्व में इस अवधि के दौरान हिंसा की न जानें कितनी घटनाएं हुई होंगी और हो रही हैं। लिहाजा समाज में बढ़ रही हिंसा को देखते हुए यह प्रश्र उठना स्वाभाविक ही है कि यह सब क्या हो रहा है और आखिर विश्व में वह समय कब आएगा जब यहां लोग सुख और शांतिपूर्वक रह पाएंगे।—विजय कुमार