आई.एस. आतंकियों का बिना केस चलाए होगा ‘वध’

Edited By ,Updated: 10 Dec, 2019 03:50 AM

is slaying of terrorists without trial

सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद का कहना है कि वह आई.एस. आतंकियों के लिए विशेष अदालतों का गठन कर रहे हैं। जेलों में बंद आई.एस. जेहादियों पर बिना केस चलाए उनका वध कर दिया जाएगा। उन कैदियों से सीरियाई कानून के तहत निपटा जाएगा। इस्लामिक स्टेट के विदेशी...

सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद का कहना है कि वह आई.एस. आतंकियों के लिए विशेष अदालतों का गठन कर रहे हैं। जेलों में बंद आई.एस. जेहादियों पर बिना केस चलाए उनका वध कर दिया जाएगा। उन कैदियों से सीरियाई कानून के तहत निपटा जाएगा।

इस्लामिक स्टेट के विदेशी आतंकियों का न्याय शीघ्र ही किया जाएगा। दमिश्क में हजारों की तादाद में कैदियों का गुप्त तरीके से वध कर दिया गया है और अन्य हजारों आतंकी यातनाएं तथा भूख के कारण मर चुके हैं। जेल में बंदियों को टायरों में बांधा और उन पर करंट लगाया जाता है, पीटने के अलावा उन्हें बुरी तरह प्रताडि़त किया जाता है। उनके संग जानवरों से भी बदतर बर्ताव किया जाता है। कइयों को पीटने के बाद मौत के घाट भी उतार दिया जाता है। 

असद के कब्जे में 10 हजार आतंकी
एक फ्रांसीसी मैगजीन में छपे साक्षात्कार में असद ने खुलासा किया है कि सीरियाई डैमोक्रेटिक बल जिसने मार्च में अमरीकी सहयोग से आई.एस. को हराया था, के वर्तमान में कब्जे में 10 हजार आतंकी हैं जिनमें से 2 हजार विदेशी हैं। अमरीकी संगठनों के त्याग देने के बाद कुर्द असद तथा रूस की शरण में आए हैं। प्रत्येक आतंकी सीरियाई स्टेट के नियंत्रण में है तथा उनका निपटारा भी सीरियाई कानून के तहत किया जाएगा। 

विशेष तौर पर गठित अदालतों में उनको न्याय दिया जाएगा। असद ने कहा कि सीरिया भर में 12 के करीब ब्रिटिश जेहादी हैं। इसके अलावा दर्जनों महिलाएं तथा बच्चे भी अलग कैम्पों में रखे गए हैं। उनमें से एक जेहादी जैक जिसने कि मुस्लिम धर्म अपना लिया था तथा अपनी ब्रिटेन की नागरिकता त्याग दी थी, की उम्र तब 18 वर्ष थी जब वह आक्सफोर्ड में स्कूल छोड़कर आई.एस. आतंकियों के साथ हक्का में जा मिल बैठा था। बर्मिंघम का 40 वर्षीय मो. अनवर मियां तथा कार्फिक का आइसक्रीम विके्रता असील मुथाना (22) भी जेल में बंद हैं। पश्चिमी सुरक्षा अधिकारियों को डर है कि कहीं असद उनका सशस्त्रिकरण न कर दें। 

सूत्रों अनुसार असद उनका रणनीतिक सम्पत्ति के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। उनका इस्तेमाल सौदेबाजी के लिए हो सकता है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का विदेशी नीति के तहत सीरिया से पीछा छुड़ाना एक चिंताजनक घटनाक्रम बन गया है। इस घोषणा से जेलों में बंद आतंकी अपने आपको मुक्त कर फिर से संगठित हो सकते हैं तथा असद शासन के खिलाफ फिर से आवाज बुलंद कर सकते हैं। सीरिया में लम्बे समय से गृह युद्ध चल रहा है। हाल ही में तीन बर्तानवी अनाथ यू.के. लौटे हैं, उन्हें सीरिया में स्पैशल फोर्सिस आप्रेशन ने मुक्त करवाया है। वे पहले ब्रिटिश नागरिक हैं जिन्हें पूर्व में आई.एस. जेहादियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र में से छुड़वा कर लाया गया है। सीरिया में 60 ब्रिटिश बच्चे फंसे हुए हैं।  

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!