Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Aug, 2025 01:54 PM

फॉक्सकॉन की सहायक कंपनी युजहान टेक्नोलॉजी (Yuzhan Technology) ने तमिलनाडु स्थित अपनी डिस्प्ले मॉड्यूल असेंबली यूनिट से 300 चीनी इंजीनियरों को वापस बुला लिया है। सूत्रों के मुताबिक यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत और चीन के रिश्तों में...
बिजनेस डेस्कः फॉक्सकॉन की सहायक कंपनी युजहान टेक्नोलॉजी (Yuzhan Technology) ने तमिलनाडु स्थित अपनी डिस्प्ले मॉड्यूल असेंबली यूनिट से 300 चीनी इंजीनियरों को वापस बुला लिया है। सूत्रों के मुताबिक यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत और चीन के रिश्तों में धीरे-धीरे सुधार दिख रहा है।
यह दूसरी बार है जब फॉक्सकॉन को ऐसा करना पड़ा है। इससे पहले जुलाई में कंपनी ने भारत में iPhone यूनिट से भी करीब 300 चीनी इंजीनियरों और तकनीशियनों को वापस भेजा था।
निवेश और असर
युजहान टेक्नोलॉजी तमिलनाडु में 13,180 करोड़ रुपए की लागत से यूनिट बना रही है। फॉक्सकॉन ने इस प्रोजेक्ट में 1.5 अरब डॉलर का निवेश करने का ऐलान किया था। हालांकि, इंजीनियरों को वापस बुलाए जाने से तमिलनाडु और कर्नाटक की यूनिट में iPhone 17 की असेंबली प्रभावित हो सकती है।
क्यों बुलाए गए इंजीनियर?
सूत्रों के अनुसार, कंपनी को सरकार द्वारा चीनी प्रवासी कर्मचारियों को तुरंत वापस भेजने के निर्देश मिले। 60 अन्य इंजीनियरों की भारत यात्रा भी रोक दी गई। माना जा रहा है कि यह कदम चीन की उस रणनीति से जुड़ा हो सकता है, जिसके तहत तकनीकी हस्तांतरण और एडवांस्ड उपकरणों के निर्यात को सीमित किया जा रहा है।
भारत-चीन रिश्तों में नरमी
इस घटनाक्रम के बावजूद हाल ही में दोनों देशों के रिश्तों में सुधार के संकेत मिले हैं। चीन के विदेश मंत्री वांग ई ने भारत दौरे के दौरान एस. जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की। सीमा पर शांति बनाए रखने, कारोबार बढ़ाने, निवेश और डायरेक्ट फ्लाइट्स शुरू करने पर सहमति बनी।