Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jun, 2020 03:45 PM
चीन के 59 ऐप्स पर बैन लगाने के बाद अब केंद्र सरकार 5जी तकनीक से भी चीनी कंपनियों को बाहर रखने की तैयारी में है। सरकार में शीर्ष स्तर पर इसे लेकर मंथन चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक Huawei जैसी कंपनी को
नई दिल्लीः चीन के 59 ऐप्स पर बैन लगाने के बाद अब केंद्र सरकार 5जी तकनीक से भी चीनी कंपनियों को बाहर रखने की तैयारी में है। सरकार में शीर्ष स्तर पर इसे लेकर मंथन चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक Huawei जैसी कंपनी को सरकार 5जी तकनीक के उपकरणों के मामले में दूर रखना चाहती है। इस संबंध में सोमवार को शीर्ष मंत्रियों की बैठक हुई और 5जी तकनीक को लेकर बात हुई। इससे पहले सोमवार को ही सरकार चीन के 59 ऐप्स पर बैन लगा चुकी है। इन ऐप्स पर करोड़ों यूजर्स की अवैध तौर पर जासूसी करने और उनके डाटा को चीन भेजने का आरोप है।
मीटिंग को लेकर अब तक विस्तार से जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान Huawei और कई अन्य चीनी कंपनियों के 5जी तकनीक में हिस्सेदारी लेने को लेकर बात हुई। फिलहाल कोरोना संकट के चलते 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी को सरकार ने कम से कम एक साल के लिए टाल दिया है। इसकी एक वजह यह भी है कि कई टेलिकॉम कंपनियों की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है, जो इस नीलामी में हिस्सा ले सकती हैं। इनमें प्रमुख प्लेयर वोडाफोन आइडिया है, जो इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही है।
पिछले ही दिनों टेलिकॉम विभाग ने बीएसएनएल को सलाह दी है कि वह 4जी तकनीक के लिए उपकरणों की खरीद चीनी कंपनियों से न करे। हालांकि बीएसएनएल की राय है कि यदि चीनी कंपनियों को बोली से दूर रखा जाता है तो फिर उसके लिए लागत बढ़ जाएगी। बता दें कि चीन की कंपनी Huawei को अमेरिका ने पहले ही एक साल के लिए बैन कर रखा है। यही नहीं अमेरिका की ओर से ब्रिटेन और भारत जैसे देशों को भी Huawei पर बैन के लिए सहमत करने का प्रयास किया जा रहा है। कंपनी के संस्थापक के चीन की सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी से ताल्लुक के चलते इस पर हमेशा संदेह रहा है।