Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Apr, 2025 02:23 PM
भारत सरकार नई पीढ़ी की तकनीकों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन बिल्डिंग जैसे क्षेत्रों में उभरते उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए, हाल ही में घोषित ₹10,000 करोड़ के दूसरे फंड ऑफ फंड्स स्कीम (FFS) का बड़ा हिस्सा इन सेक्टरों को आवंटित करने जा रही है।...
नई दिल्लीः भारत सरकार नई पीढ़ी की तकनीकों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन बिल्डिंग जैसे क्षेत्रों में उभरते उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए, हाल ही में घोषित ₹10,000 करोड़ के दूसरे फंड ऑफ फंड्स स्कीम (FFS) का बड़ा हिस्सा इन सेक्टरों को आवंटित करने जा रही है। यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
सरकार ने अपने वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में ₹10,000 करोड़ की नई फंड ऑफ फंड्स स्कीम की घोषणा की थी। इससे पहले, वर्ष 2016 में भी इसी तरह की एक योजना शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स के लिए वेंचर कैपिटल निवेश को प्रोत्साहित करना था।
किसे मिलेगा फंड और कैसे?
अधिकारी ने कहा, “हम इस ₹10,000 करोड़ के फंड ऑफ फंड्स का बड़ा हिस्सा न्यू-एज टेक्नोलॉजी, AI और मशीन निर्माण जैसे क्षेत्रों के स्टार्टअप्स को समर्पित करने जा रहे हैं।”
SIDBI (Small Industries Development Bank of India) इस योजना को लागू करेगा, जैसे उसने पहले वाली 2016 की स्कीम में किया था। SIDBI, SEBI-पंजीकृत वैकल्पिक निवेश फंडों (AIFs) को पूंजी उपलब्ध कराता है, जो बदले में स्टार्टअप्स में निवेश करते हैं।
स्टार्टअप इंडिया का उद्देश्य
सरकार ने 16 जनवरी 2016 को 'स्टार्टअप इंडिया' पहल की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य देश में नवाचार को प्रोत्साहित करना, स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल माहौल बनाना और उन्हें वित्तीय व गैर-वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, वे इकाइयां जो पात्र हैं, उन्हें स्टार्टअप इंडिया के तहत आधिकारिक रूप से ‘स्टार्टअप’ के रूप में मान्यता दी जाती है। अब तक देशभर में 1.5 लाख से अधिक स्टार्टअप्स को मान्यता दी जा चुकी है, जो 55 से अधिक क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं।