IMF ने भारत का विकास अनुमान बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत किया

Edited By ,Updated: 15 Apr, 2015 01:09 PM

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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने इस साल के लिए भारत की विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 7.5 कर दिया है और कहा है कि वह इसी साल चीन को पीछे छोड़ देगा।

वाशिंगटनः अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने इस साल के लिए भारत की विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 7.5 कर दिया है और कहा है कि वह इसी साल चीन को पीछे छोड़ देगा। इससे पहले जनवरी में उसने वर्ष 2015 में भारत की विकास दर 6.3 प्रतिशत तथा चीन की विकास दर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था। 

आईएमएफ के आर्थिक सलाहकार तथा अनुसंधान विभाग के निदेशक ओलिवर ब्लैंकर्ड ने मंगलवार को यहॉं (वैश्विक आर्थिक परिद्रिश्य) जारी करते हुए कहा कि भारत और चीन तथा यूरोजोन के तेल आयातक देशों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल की कीमतों में गिरावट का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इससे इन देशों के लोगों की वास्तविक आय बढ़ी है जिससे उनका उपभोग बढ़ा है और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।  
 
रिपोर्ट में वर्ष 2015 के लिए भारत की अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) व्रिद्धि दर 6.3 से बढ़ाकर 7.5 तथा 2016 के लिए 6.5 से बढ़ाकर 7.5 कर दी गई है। वहीं चीन की जीडीपी विकास दर 2015 में 6.8 और 2016 में 6.3 पर स्थिर रखी गई है। इससे पहले सोमवार को विश्व बैंक ने भी अपनी रिपोर्ट में इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.5 प्रतिशत बढऩे का अनुमान जताया था। हालॉंकि उसने 2016 में इसके 7.9 प्रतिशत पर पहुॅंचने की बात कही थी।  
 
आईएमएफ ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर 2015 के लिए 3.5 फीसदी पर स्थिर रखी है, जबकि 2016 का अनुमान 3.7 से बढ़ाकर 3.8 कर दिया है। वहीं उभरते हुए बाजारों तथा विकासशील देशों का अनुमान क्रमश: 4.3 और 4.7 प्रतिशत पर स्थिर रखा है। 
 
उसने कहा है कि इस साल विकसित देशों की अर्थव्यवस्था भी गति पकड़ेगी और उनकी विकास दर पिछले साल के 1.8 प्रतिशत से बढ़कर 2.4 प्रतिशत पर पहुॅंच जाएगी। ब्लैंकर्ड ने कहा कि किस देश का प्रदर्शन सुधरेगा और किसका खराब रहेगा यह तेल की कीमतों में गिरावट का उस पर असर और उसकी मुद्रा विनिमय दर पर निर्भर करेगा। 

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