Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 May, 2024 03:10 PM
सोना पहले कीमतों में लगी आग को लेकर चर्चा में रहा, तो अब बीते कुछ दिनों से दाम गिरने के चलते सुर्खियों में है। सोने की खपत के मामले में भारत टॉप देशों में शामिल है लेकिन चीन की चाहत कुछ ज्यादा ही है। यही कारण है कि ड्रैगन ऐसे सोने की खरीद कर रहा है,...
बिजनेस डेस्कः सोना पहले कीमतों में लगी आग को लेकर चर्चा में रहा, तो अब बीते कुछ दिनों से दाम गिरने के चलते सुर्खियों में है। सोने की खपत के मामले में भारत टॉप देशों में शामिल है लेकिन चीन की चाहत कुछ ज्यादा ही है। यही कारण है कि ड्रैगन ऐसे सोने की खरीद कर रहा है, जैसे कल धरती पर सोना (Gold) खत्म हो जाएगा। रियल एस्टेट संकट से लेकर शेयर मार्केट क्राइसिस तक झेल रहे चीन ने अब पूरा फोकस सोना खरीदने पर कर दिया है। यही कारण है कि लगातार 17वें महीने इसके गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी हुई है। लंदन बेस्ड MetalsDaily.com के सीईओ रॉस नॉर्मन का कहना है कि चीन निस्संदेह सोने की कीमत बढ़ा रहा है और इसमें निवेश तेज हो गया है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दो साल में चीन ने 2800 टन सोना खरीदा है।
रियल एस्टेट-शेयर मार्केट से मोहभंग
एक रिपोर्ट में सोने की कीमत 2400 डॉलर प्रति औंस के हाई पर पहुंचने के पीछे भी ड्रैगन कनेक्शन की बात कही गई है। इसमें कहा गया है कि, 'सोने की वैश्विक कीमत अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, क्योंकि चीनी निवेशक और उपभोक्ता, रियल एस्टेट और स्टॉक मार्केट से बचते हुए रिकॉर्ड तेजी के साथ Gold Investment कर रहे हैं। आमतौर पर सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर जाना जाता है और अक्सर भू-राजनीतिक हालात बिगड़ने और आर्थिक उथल-पुथल के समय में सोने में निवेश बढ़ जाता है।
भू-राजनीतिक हालातों के चलते सोने की ओर रुख
ऐसा ही बीते कुछ समय में देखने को मिला है। पहले यूक्रेन पर रूस के हमले और फिर इजरायल-हमास की जंग के चलते सोने की कीमत आसमान पर पहुंच गई थी। वहीं इसके तुरंत बाद Iran-Israel War शुरू होने के बाद अचानक से गोल्ड प्राइस 2,400 डॉलर प्रति औंस के अपने ऑल टाइम हाई पर जा पहुंचा। भारत समेत दुनिया भर में इसकी कीमतों में इजाफा देखने को मिला। इस मामले में चीन ने अपना पूरा फोकस सुरक्षित निवेश यानी गोल्ड इन्वेस्टमेंट पर कर दिया है।
China में बढ़ी सोने की खपत
Gold Market में पहले से ही चीन का दबदबा है और देश के केंद्रीय बैंक ने अपने सोने के भंडार में लगातार वृद्धि की है, जबकि अमेरिकी कर्ज की हिस्सेदारी को कम किया है। चीन में सोने के प्रमुख खरीदार के रूप में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने लगातार 17वें महीने अपने गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी की है। वहीं चाइना गोल्ड एसोसिएशन के मुताबिक, चीन में सोने की खपत पहली तिमाही में 6 फीसदी बढ़ी है।
'सोने की कीमत बढ़ा रहा ड्रैगन'
रियल एस्टेट और शेयर मार्केट के परंपरागत निवेश ऑप्शंस के बजाय Gold Investment बढ़ने से सोने के बिजनेस से जुड़े चीनी फंडों का कारोबार जोरदार तरीके से चल रहा है। खासतौर पर युवा सोना खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं और Gold Beans खरीदने में लगे हैं। हालांकि, बीते कुछ दिनों में Gold Price अपने हाई से टूटकर लगभग 2,300 डॉलर प्रति औंस (1 औंस में 28 ग्राम सोना) पर वापस आ गए हैं लेकिन यह धारणा अभी भी बरकरार है कि सोने का बाजार आर्थिक कारकों से नहीं, बल्कि चीनी खरीदारों और निवेशकों की सनक से चल रहा है।