Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Sep, 2025 04:57 PM

दुर्गा पूजा से ठीक पहले कोल इंडिया के 2.20 लाख से ज्यादा कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी छा गई है। कंपनी ने हर कर्मचारी को 1.03 लाख रुपये का बोनस देने का ऐलान किया है। यह बोनस सिर्फ मुख्यालय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कोल इंडिया की सभी सब्सिडियरी...
बिजनेस डेस्कः दुर्गा पूजा से ठीक पहले कोल इंडिया के 2.20 लाख से ज्यादा कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी छा गई है। कंपनी ने हर कर्मचारी को 1.03 लाख रुपये का बोनस देने का ऐलान किया है। यह बोनस सिर्फ मुख्यालय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कोल इंडिया की सभी सब्सिडियरी कंपनियों के कर्मचारियों को भी मिलेगा।
इनमें झारखंड की बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल, सीएमपीडीआई, ओडिशा की एमसीएल, उत्तर प्रदेश की एनसीएल और छत्तीसगढ़ की एसईसीएल शामिल हैं। इन इलाकों में कोयला खनन का काम सबसे ज्यादा होता है। मजदूरों की मेहनत और उनकी आमदनी से स्थानीय दुकानें और बाजार भी रौनक से भर उठेंगे।
कर्मचारियों को 2100 करोड़ रुपए मिलेंगे
कुल मिलाकर पूरे देश में कर्मचारियों को लगभग 2100 करोड़ रुपए बोनस के रूप में दिए जाएंगे। सिर्फ झारखंड में ही 800 करोड़ रुपए बांटे जाएंगे। इसमें बीसीसीएल को 320 करोड़ और सीसीएल को 310 करोड़ रुपए मिलेंगे। त्योहार से पहले इतनी बड़ी रकम से इन इलाकों की रौनक और बढ़ जाएगी।
बोनस को लेकर लंबी बातचीत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोलकाता में मैनेजमेंट और लेबर यूनियनों के बीच बोनस को लेकर लंबी बातचीत हुई। बैठक में कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद और एमसीएल के सीएमडी उदय अनंत कावले मौजूद थे। शुरुआत में मैनेजमेंट 98,500 रुपए देने पर अड़ा था, जबकि यूनियनें 1.25 लाख रुपए की मांग कर रही थीं। बीच में नाराज होकर राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन ने बैठक से वॉकआउट भी किया।
आखिरकार बातचीत के बाद 1.03 लाख रुपए पर सहमति बनी। कंपनी का कहना है कि ज्यादा बोनस देने से आर्थिक दबाव बढ़ सकता है लेकिन यह राशि कर्मचारियों की मेहनत का सम्मान है।
पिछले साल से ज्यादा बोनस
पिछले साल कर्मचारियों को 93,750 रुपए का बोनस मिला था। इस बार राशि में 10,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। कोयला खनन का काम कठिन और जोखिम भरा होता है, ऐसे में यह बोनस उनकी मेहनत को सलाम करने का तरीका है।