Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jul, 2020 10:35 AM
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की डिजिटल ईकाई जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) में अब अमेरिका की Qualcomm Inc. भी 0.15 फीसदी स्टेक के लिए 730 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए यह लगातार 13वीं डील है।
मुंबईः रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की डिजिटल ईकाई जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) में अब अमेरिका की Qualcomm Inc. भी 0.15 फीसदी स्टेक के लिए 730 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए यह लगातार 13वीं डील है। इससे जियो प्लेटफॉर्म्स को 5G प्लान पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
12 सप्ताह में जियो प्लेटफॉर्म्स ने 25.24 फीसदी हिस्सेदारी के जरिए अब तक 1,18,318.45 करोड़ रुपए जुटाने का ऐलान किया है। इसमें दुनिया के कुछ प्रमुख टेक इन्वेस्टर्स शामिल हैं। सबसे पहले 22 अप्रैल को फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 43,574 करोड़ निवेश करने का ऐलान किया था। इसके बाद जनरल अटलांटिक, KKR, सऊदी सॉवरेन वेल्थ फंड, अबु धाबी स्टेट फंड, सऊदी अरब की PIF और Intel जैसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स (Global Investors in Jio Platforms) ने भी जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश करने का ऐलान किया है।
Qualcomm का हेडक्वॉर्टर अमेरिका के कैलिफोर्निया में है और यह कंपनी वायरलेस टेक्नोलॉजी क्षेत्र की कंपनी है। इस कंपनी के पास 3G, 4G और 5G जैसे वायरलेस टेक्नोलॉजी में काम करने की विशेषज्ञता हासिल है। क्वॉलकम की टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट का इस्तेमाल दुनियाभर के मोबाइल डिवाइसेज और वायरलेस प्रोडक्ट्स में होता है।
स्मार्टफोन बनाने वाली कुछ प्रमुख कंपनियां क्वॉलकम की स्नैपड्रैगन सिस्टम का इस्तेमाल करती हैं। इस कंपनी की टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट ऑटोमोटिक, कम्प्यूटर और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) में भी इस्तेमाल किया जाता है। वैश्विक स्तर पर इस कंपनी के पास बड़ी संख्या में पेटेंट हैं। भारत में भी इस कंपनी ने सबसे ज्यादा पेटेंट फाइल किया है।
इसके पहले 3 जुलाई को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इंटेल कैपिटल के साथ डील का ऐलान किया था। यह कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में 0.39 फीसदी की हिस्सेदारी के लिए 1,894.50 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। जियो प्लेटफॉर्म्स अब दुनिया की इकलौती ऐसी कंपनी बन गई है, जिसने लगातार इतने बड़े स्तर पर फंड जुटाया है। अगर तुलनात्मक रूप से देखें तो पिछले साल भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम ने 1.10 लाख करोड़ रुपए जुटाया था। फंट जुटाने के मामले में यह सबसे बेहतरीन साल बताया गया।