Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Dec, 2021 12:22 PM
अमेरिका स्थित एक कंपनी के सीईओ ने जूम कॉल पर कंपनी के 900 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। यह मामला मीडिया में सुर्खी बना हुआ है। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जूम वेबिनार पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने मॉर्गेज
बिजनेस डेस्कः अमेरिका स्थित एक कंपनी के सीईओ ने जूम कॉल पर कंपनी के 900 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। यह मामला मीडिया में सुर्खी बना हुआ है। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जूम वेबिनार पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने मॉर्गेज लेंडर बेटर डॉट कॉम के 900 से अधिक कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया। वेबिनार बुधवार को हुआ जहां सीईओ विशाल गर्ग ने बताया कि कंपनी के 9 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।
अनलकी ग्रुप का हिस्सा
जूम कॉल पर कंपनी के सीईओ ने कहा कि अगर आप इस कॉल पर हैं, तो आप उस अनलकी ग्रुप का हिस्सा हैं जिसे बंद किया जा रहा है। कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) केविन रयान ने बताया कि बाजार के भारी दबाव के चलते कंपनी मालिकों ने यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लेना पड़ा।
दूसरी बार लिया इस तरह का फैसला
हालांकि, कंपनी ने बताया कि गर्ग ने इन कर्मचारियों पर अंडरप्रोडक्टिव होने के कारण अपने सहयोगियों और ग्राहकों से चोरी करने का आरोप लगाया। न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली कंपनी के सीईओ ने शॉर्ट और इमोशनल जूम कॉल में कहा कि यह दूसरी बार है जब वह इस तरह का फैसला ले रहे हैं।
भारत सरकार ने की मदद
भारत सरकार कोरोना के दौरान नौकरी गंवाने वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम सदस्यों को तीन महीने का वेतन देने का फैसला किया। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि उनका मंत्रालय कोरोना के चलते जान गंवाने वाले ईसीएसआई सदस्यों के स्वजन को आजीवन वित्तीय मदद भी मुहैया कराएगा।
इसके अलावा बेरोजगार हुए लोगों के पीएफ के भुगतान में सरकार ने मदद की है। सरकार ने ऐलान किया किया कि ऐसे सभी लोग जिन्हें कोरोना काल के दौरान नौकरी गंवानी पड़ी उनके पीएफ का भुगतान केन्द्र सरकार की तरफ से किया जाएगा। सरकार के इस कदम का लाभ सिर्फ फॉर्मल सेक्टर के छोटे पैमाने की नौकरियों में काम करने वाले लोगों को मिलेगा।