Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Sep, 2023 04:36 PM
सांख्यिकी मंत्रालय ने अभी कल ही बताया था कि अप्रैल-जून की अवधि में भारत की जीडीपी 7.8 फीसदी की दर से बढ़ी है। ये जीडीपी में चार तिमाहियों में आई सबसे तेज बढ़त है। सांख्यिकी मंत्रालय के इस बयान के कुछ ही घंटे बाद कई अर्थशास्त्रियों ने अपने ग्रोथ...
बिजनेस डेस्कः सांख्यिकी मंत्रालय ने अभी कल ही बताया था कि अप्रैल-जून की अवधि में भारत की जीडीपी 7.8 फीसदी की दर से बढ़ी है। ये जीडीपी में चार तिमाहियों में आई सबसे तेज बढ़त है। सांख्यिकी मंत्रालय के इस बयान के कुछ ही घंटे बाद कई अर्थशास्त्रियों ने अपने ग्रोथ पूर्वानुमानों को संशोधित करके बढ़ा दिया है। इसमें नोमुरा की तरफ से 2023-24 के जीडीपी अनुमान में की गई 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़त सबसे बड़ी बढ़त है।
नोमुरा के अर्थशास्त्री सोनल वर्मा और ऑरोदीप नंदी ने 1 सितंबर को जारी एक नोट में कहा है कि अप्रैल-जून में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ और जुलाई-सितंबर के लिए ट्रैकिंग एस्टीमेट हमारी वर्तमान बेस लाइन से ज्यादा। ऐसे में नोमुरा ने 2023 के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को पहले के 5.9 फीसदी से बढ़ाकर 6.3 फीसदी कर दिया। इसी तरह 2023-24 के ग्रोथ अनुमान को पहले के 5.5 फीसदी से बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर दिया है।
डॉयचे बैंक ने भी भारत के लिए अपने पूरे साल के ग्रोथ अनुमान को 20 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 6.2 फीसदी कर दिया, जबकि मॉर्गन स्टेनली ने भी अपने जीडीपी ग्रोथ अनुमान बढ़ाकर 6.4 फीसदी कर दिया है। इसके बाद आब मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी दूसरी कंपनियां भी देश के जीडीपी ग्रोथ अनुमान में बढ़त कर सकती हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य अर्थशास्त्री निखिल गुप्ता का कहना है कि अप्रैल-जून में उम्मीद से बेहतर ग्रोथ के कारण वे जल्द ही अपने 2023-24 के भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को जून के 5.6 फीसदी के अनुमान से बढ़ा सकते हैं। बताते चलें कि एक आधार अंक एक प्रतिशत अंक का सौवां हिस्सा होता है।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान में भारी बढ़त किया है। मूडीज अपने इस अनुमान को 5.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है। वहीं, सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रह सकती है।
अगले साल के ग्रोथ अनुमान में कटौती
हालांकि नोमुरा ने वित्त वर्ष 2023-24 के भारत के ग्रोथ पूर्वानुमान में सबसे बड़ी बढ़त की है लेकिन उसने वित्त 2024-25 के लिए अपने ग्रोथ अनुमान को 6.5 फीसदी से घटाकर 5.6 फीसदी कर दिया। इसी तरह मूडीज ने भी कैलेंडर ईयर 2024 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है। उसने कैलेंडर वर्ष 2024 के ग्रोथ अनुमान को 6.5 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है। हालांकि डॉयचे बैंक ने अगले साल के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान को 6.5 फीसदी पर बनाए रखा है।