Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jul, 2025 06:26 PM

पाकिस्तान और रूस ने पाकिस्तान स्टील मिल्स परियोजना के पुनरुद्धार और आधुनिकीकरण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इससे दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया अध्याय शुरू होगा। चीन भी पाकिस्तान स्टील मिल्स (पीएसएम)...
इस्लामाबादः पाकिस्तान और रूस ने पाकिस्तान स्टील मिल्स परियोजना के पुनरुद्धार और आधुनिकीकरण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इससे दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया अध्याय शुरू होगा। चीन भी पाकिस्तान स्टील मिल्स (पीएसएम) परियोजना का ठेका पाने की दौड़ में था, जिसका निर्माण मूल रूप से सोवियत सहायता से हुआ था।
सरकारी समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ़ पाकिस्तान (एपीपी) की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में पीएसएम के पुनरुद्धार करने के समझौते पर शुक्रवार को मॉस्को स्थित पाकिस्तानी दूतावास में हस्ताक्षर किए गए। एपीपी ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य इस्पात उत्पादन बहाल करना और उसका विस्तार करना है, जो द्विपक्षीय सहयोग में एक नया अध्याय लिखेगा। प्रेस सूचना विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार, पीएसएम का निर्माण मूलतः 1971 में पूर्व सोवियत संघ की सहायता से किया गया था और यह पाकिस्तान-रूस संबंधों का एक स्थायी प्रतीक बना हुआ है।
इस्पात मिल को 2008-09 में 16.9 अरब पाकिस्तानी रुपए का घाटा हुआ, जो पांच वर्षों में बढ़कर 118.7 अरब पाकिस्तानी रुपए हो गया। साल 2008 से 2018 तक सत्ता में रहीं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की सरकारें इस औद्योगिक क्षेत्र को कुशलतापूर्वक नहीं चला सकीं। बाद में, इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने इसे पुनर्जीवित करने की पहल शुरू की, जिससे अनुबंध प्राप्त करने के लिए चीन और रूस के बीच होड़ शुरू हो गई।