फेड रिजर्व के बयान से गिरा बाजार

Edited By ,Updated: 22 Aug, 2016 04:26 PM

sensex urjit patel

अमरीकी फेडरल रिजर्व के इस साल ब्याज दरों में बढ़ौतरी के संकेत से विदेशी निवेशकों की बिकवाली के दबाव में आज शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरकर बंद हुए।

मुंबईः अमरीकी फेडरल रिजर्व के इस साल ब्याज दरों में बढ़ौतरी के संकेत से विदेशी निवेशकों की बिकवाली के दबाव में आज शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरकर बंद हुए। बी.एस.ई. का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सैंसेक्स 91.46 अंक अर्थात 0.33 प्रतिशत टूटकर 11 अगस्त के बाद 28 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 27985.54 अंक और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) का निफ्टी 37.75 अंक यानी 0.44 फीसदी उतरकर करीब डेढ़ सप्ताह के न्यूनतम स्तर 8629.15 अंक पर रहा। 

 

फेडरल रिजर्व के उपाध्यक्ष स्टेनले फिशर के रविवार को दिए उस बयान से सैंसेक्स और निफ्टी पर विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दबाव बढ़ा जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक पूर्ण रोजगार और 2 प्रतिशत महंगाई दर का लक्ष्य हासिल करने के बहुत करीब है। ऐसे में इस साल ब्याज दरों में बढ़ौतरी करने पर विचार किया जा रहा है।  

 

बी.एस.ई. की छोटी और मझौली कम्पनियों में हुई बिकवाली से भी बाजार पर दबाव बढ़ा। मिडकैप 0.42 फीसदी गिरकर 12,981.03 अंक और स्मॉलकैप 0.14 फीसदी नीचे 12,442.47 अंक पर रहा। शुरूआती कारोबार में सैंसेक्स 11.07 अंक बढ़कर 28,088.07 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर कुछ देर बाद ही 28,143.28 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ लेकिन इसके बाद हुई बिकवाली के दबाव में यह बीच सत्र से पहले 27,918.05 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। 

 

संभलने की काशिशों के बावजूद यह पिछले दिवस के 28,077 अंक की तुलना में 91.46 अंक गिरकर 27,985.54 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी मामूली बढ़त के साथ 8,667 अंक पर लगभग सपाट खुला और कुछ देर बाद 8,684.85 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। बिकवाली होने से दोपहर से पहले 8,614 अंक के निचले स्तर पर आ गया। अंत में गत दिवस के 8,666.90 अंक के मुकाबले 37.75 अंक उतरकर 8,629.15 अंक पर रहा। इस दौरान कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और एफएमसीजी समूह की 0.62 फीसदी तक की बढ़त को छोड़कर बी.एस.ई. के शेष 18 समूहों में गिरावट दर्ज की गई। 

 

आई.टी. समूह ने सबसे अधिक 1.07 फीसदी नुकसान उठाया। इसके अलावा तेल एवं गैस, यूटिलिटीज, पावर, बैंकिंग, हैल्थकेयर, ऑटो और टेक समूह में भी 0.90 फीसदी तक की गिरावट रही। बी.एस.ई. में कुल 2,919 कम्पनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 1,456 में मंदी और 1,257 में बढ़त रही जबकि 206 के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। 

 

फेड रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ौतरी करने के संकेत पर विदेशी बाजारों की मिलजुली प्रतिक्रिया रही। ब्रिटेन का एफ.टी.एस.ई. 0.27, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.68 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.75 फीसदी लुढ़का वहीं जापान के निक्की और हांगकांग के हैंगसैंग में क्रमश: 0.32 और 0.26 फीसदी की बढ़त रही। सैंसेक्स की 19 कम्पनियों में गिरावट और शेष 11 में तेजी रही। फार्मा कम्पनी ल्युपिन ने सबसे अधिक 2.03 फीसदी नुकसान उठाया। साथ ही टी.सी.एस. 2.02, एन.टी.पी.सी. 1.92, सन फार्मा 1.63, एक्सिस बैंक 1.40 और एस.बी.आई. के शेयर 1.37 फीसदी टूटे। 

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंर्ट्स, बजाज ऑटो, इंफोसिस, हीरो मोटोकॉर्प, आई.सी.आई.सी.आई. बैंक, अदानी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, ओ.एन.जी.सी., टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और मारुति सुजुकी के शेयर भी 0.09 से 1.25 फीसदी तक गिरे। मुनाफा कमाने वाली कम्पनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.94, आई.टी.सी. 1.19, एच.डी.एफ.सी. 0.59, कोल इंडिया 0.36, सिप्ला 0.34, एच.डी.एफ.सी. बैंक 0.33, भारती एयरटेल 0.27, पावर ग्रिड 0.22, एलएंडटी 0.11, रेड्डीज लैब 0.08 और गेल 0.08 फीसदी शामिल रहीं। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!