Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Mar, 2019 02:16 PM
टाटा समूह अब हवाई अड्डे के संचालन बिजनेस में उतर गया है। अब समूह ने दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर में बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके लिए उसने दो अन्य कंपनियों के साथ मिलकर 8,000 करोड़ का निवेश किया है।
बिजनेस डेस्कः टाटा समूह अब हवाई अड्डे के संचालन बिजनेस में उतर गया है। अब समूह ने दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर में बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके लिए उसने दो अन्य कंपनियों के साथ मिलकर 8,000 करोड़ का निवेश किया है।
इन कंपनियों के साथ किया निवेश
टाटा समूह ने सिंगापुर की जीआईसी और एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट के साथ मिलकर यह निवेश किया है। इस निवेश के साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट पर टाटा समूह की 20 फीसदी, जीआईसी की 15 फीसदी और एसएसजी कैपिटल की 10 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी। तीनों कंपनियां अब 45 फीसदी हिस्सा अपने पास रखेंगी।
पिछले महीने अडानी ग्रुप भी एयरपोर्ट बिजनेस में एंट्री कर चुका
देश के दूरदराज के कस्बों और गांवों में एयरफील्ड विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 1 लाख करोड़ रुपए की योजना है। ऐसे में टाटा ग्रुप की एयरपोर्ट बिजनेस में एंट्री अहम है। टाटा दो स्थानीय एयरलाइंस का संचालन भी करती है। पिछले महीने अडानी ग्रुप ने भी 5 एयरपोर्ट- जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, तिरुवनंतपुरम और मेंगलुरु के संचालन की बिडिंग में जीत हासिल की थी।
जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर कर्ज चुकाने के लिए असेट्स बेच रहा है। उस पर दिसंबर 2018 तक 2.9 अरब डॉलर का कर्ज हो गया। जीएमआर का जीवीके पावर एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के साथ कंपीटीशन है। जीवीके मुंबई में एयरपोर्ट का संचालन करता है।
टाटा करती है दो हवाई कंपनियों का संचालन
टाटा फिलहाल देश में दो प्रमुख हवाई कंपनियों में संचालन कर सकती है। उसकी एयर एशिया और विस्तारा में बड़ी हिस्सेदारी है। इस डील के बाद जीएमआर अपनी 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की उधारी को खत्म कर देगा।