Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 01:47 PM
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने में महज कुछ ही दिन बचे हैं और ऐसे में जौहरियों ने हीरे जडि़त गहनों की बनाई (मेकिंग) शुल्क पर
नई दिल्लीः वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने में महज कुछ ही दिन बचे हैं और ऐसे में जौहरियों ने हीरे जडि़त गहनों की बनाई (मेकिंग) शुल्क पर 100 प्रतिशत तक की छूट देकर पुराना स्टॉक खपाने की कोशिश तेज कर दी है। 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने से गहने तीन फीसदी तक महंगे हो जाएंगे और इससे पहले स्वर्णाभूषण के बनाई शुल्क पर भी 50 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है।
हालांकि कारोबारी सूत्रों का मानना है कि जीएसटी 1 जुलाई के बाद बचे हुए माल पर लागू होगा और इसलिए जौहरी ग्राहकों को अभी से गहने खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। ग्राहकों को प्रोत्साहित करने के लिए त्रिभुवनदास भीमजी झवेरी (टीबीजेड) बनाई शुल्क पर 100 प्रतिशत छूट की पेशकश कर रही है, जबकि हीरे जडि़त स्वर्णाभूषण के लिए यह रेंज 15 से 30 फीसदी के बीच है।
इससे पहले आभूषणों के खुदरा व्यापारियों ने हीरों के आभूषणों की बनाई पर 50 प्रतिशत तक छूट की पेशकश की थी। टाटा समूह की कंपनी टाइटन हीरे जडि़त स्वर्णाभूषणों के बनाई शुल्क पर 15 फीसदी तक और सामान्य स्वर्णाभूषणों पर 10 प्रतिशत तक की छूट दे रही है। कंपनी पुराने गहनों के बदले में नए गहनों पर एक कैरेट अतिरिक्त शुद्घता की भी पेशकश कर रही है। गीतांजलि समूह के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मेहुल चोकसी ने कहा, 'हमने अपने सभी ब्रांडों से जुड़े ग्राहकों के लिए हीरों के गहनों के बनाई शुल्क पर 25 फीसदी और स्वर्णाभूषण के संबंध में 10 प्रतिशत छूट की पेशकश की है।'