Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 03:12 AM
इंटरनैट पर बढ़ रही कट्टरता और उग्रवाद पर ब्रिटेन का रवैया सख्त हो गया है। देश के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने फेसबुक और गूगल को चेतावनी दी है कि यदि आई.टी. कम्पनियों ने इंटरनैट पर बढ़ रही कट्टरता और उग्रवाद पर नकेल कसने के लिए किए जा रहे अपने प्रयास...
जालंधर: इंटरनैट पर बढ़ रही कट्टरता और उग्रवाद पर ब्रिटेन का रवैया सख्त हो गया है। देश के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने फेसबुक और गूगल को चेतावनी दी है कि यदि आई.टी. कंपनियों ने इंटरनैट पर बढ़ रही कट्टरता और उग्रवाद पर नकेल कसने के लिए किए जा रहे अपने प्रयास नहीं बढ़ाए तो इंगलैंड इन दोनों कंपनियों पर कर लगाने की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।
बेन वालेस ने आरोप लगाया कि टैक कंपनियां वैसे तो लोगों को डाटा व्यापारिक इस्तेमाल हेतु बेचने के लिए तैयार हैं लेकिन हमारी लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार को यह डाटा देने से इंकार कर रही हैं। हम इस डाटा को निगरानी और अन्य आतंकवादीरोधी उपायों पर काम करने के लिए मांग रहे हैं लेकिन कंपनियां डाटा देने से इंकार कर रही हैं।
निजी सुरक्षा से ज्यादा मुनाफे पर कंपनियों का ध्यान
वालेस ने इन कंपनियों पर निजी सुरक्षा की बजाय मुनाफे पर ज्यादा ध्यान देने का आरोप लगाया है। फिलहाल उन्होंने टैक्स प्लान को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। अखबार का कहना है कि यह टैक्स उसी तरह लगाया जाएगा जैसे 1997 में प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर द्वारा विंडमिल टैक्स लगाया गया था।
इन कम्पनियों को बेचा जा रहा है डाटा
रिपोर्ट के मुताबिक गूगल और फेसबुक यूजर्स का डाटा लोन्स और सॉफ्टपोर्न कंपनियों को बेच रहे हैं। उन्होंने रविवार को हुई इंटरव्यू में कहा है कि ये कंपनियां सरकार के साथ तालमेल बिठा कर काम नहीं करेंगी तो इनके बढ़ रहे मुनाफे को देखते हुए टैक्स लगा दिया जाएगा।
फेसबुक के कार्यकारी ने खारिज किया बयान
फेसबुक के कार्यकारी साइमन मिलनर ने आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा है कि ऐसा कहना कि हम सेफ्टी की बजाय मुनाफे पर ध्यान देते हैं, गलत है, वो भी तब जब खास तौर पर बात आतंकवाद की हो। हमने मिलियन ऑफ पोन्ड्स लोगों और टैक्नोलॉजी पर खर्च किए हैं ताकि टैरेरिस्ट कान्टैंट को रिमूव किया जा सके।