Edited By Priyanka rana,Updated: 03 Oct, 2018 10:40 AM
21 दिनों की हड़ताल के बाद मंगलवार को शहर के करीब 4000 डोर टू डोर गारबेज कलैक्टर काम पर लौट गए। अब घरों से कूड़ा उठने लगा है।
चंडीगढ़(राय) : 21 दिनों की हड़ताल के बाद मंगलवार को शहर के करीब 4000 डोर टू डोर गारबेज कलैक्टर काम पर लौट गए। अब घरों से कूड़ा उठने लगा है। वहीं सैक्टरों में लगे कूड़े के ढेर को भी इन लोगों ने उठाना शुरू कर दिया है। काम पर लौटने से पहले सुबह डोर टू डोर गारबेज सोसायटी के सदस्य पहले प्रधान सुरिंद्र कागरा के साथ सैक्टर-25 स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में गए।
भगवान वाल्मीकि की पूजा अर्चना करने के बाद सभी अपनी रेहडिय़ां लेकर सैक्टरों में पहुंच गए और घरों से निगम के बताए अनुसार ही गिला और सूखा कूड़ा उठाया। इस व्यवस्था के शुरू होने से शहर के लोगों ने भी चैन की सांस ली है। हालांकि अभी सैक्टरों में कूड़े के ढेर लगे हैं,जिन्हें पूरी तरह से साफ करने में वक्त लगेगा।
फैडरेशन ऑफ सैक्टर्स वैल्फेयर एसोसिएशन चंडीगढ़ के चीफ प्रवक्ता एडवोकेट पंकज गुप्ता ने बताया कि निगम की व्यवस्था में लोगों को एक तो घरों से बाहर आकर कूड़ा गाडिय़ों में डालना पड़ता था, साथ ही गाडिय़ों के आने का समय भी लोगों को नहीं पता होता था लेकिन डोर टू डोर गारबेज कलैक्टर सुबह के समय खुद आ कर घरों की घंटी बजाकर कूड़ा उठा ले गए हैं।
दोनों पक्ष अपनी जीत मान रहे :
ताजा घटनाक्रम से निगम और गारबेज कलैक्टर्स दोनों ही अपनी अपनी नैतिक और मानसिक जीत मानकर चल रहे हैं। एक तरफ निगम पिछले 21 दिनों से चली आ रही हड़ताल समाप्त करवाने में सफल रहा तो वहीं, गारबेज कलैक्टर्स की नजर में वे निगम को उसका ऐतिहासिक फैसला वापस लेने के लिए बाध्य करने में सफल रहे हैं। कलैक्टर्स की नजर में उनका संघर्ष काम आया। वहीं, निगम सोच रहा है कि पुरानी व्यवस्था के बीच ही वह नई पॉलिसी को लागू करने में सफल हो जाएगा।