करोड़ों की लूट का मामला : जैन ने कहा, ड्राइवर ने सुसाइड नोट में मुझ पर नहीं पुलिस पर लगाए हैं आरोप

Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 10:05 AM

suicide

सैक्टर-33 में बिजनेसमैन की कोठी में डेढ़ करोड़ की लूट मामले में पुलिस 11 दिन में करीब दो दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है।

चंडीगढ़(सुशील) : सैक्टर-33 में बिजनेसमैन की कोठी में डेढ़ करोड़ की लूट मामले में पुलिस 11 दिन में करीब दो दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है। सैक्टर-34 थाना पुलिस के टार्चर से परेशान होकर ड्राइवर अविनाश ने शुक्रवार को ट्रेन के आगे आकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में अविनाश ने मौत का कारण चंडीगढ़ पुलिस द्वारा टार्चर करना लिखा है। अविनाश की मौत के बाद चंडीगढ़ पुलिस के अफसरों ने चुप्पी साध ली है। 

 

वहीं अविनाश के बेटे पंकज यादव ने बताया कि उसके पिता 20 दिसंबर को बिजनेसमैन अजीत जैन के पास ड्राइवर की नौकरी लगे थे। उन्होंने कहा कि अजीत जैन के कहने पर ही चंडीगढ़ पुलिस ने उनके पिता को टार्चर किया है। वहीं मामले में अजीत जैन ने बताया कि उस पर अविनाश को आत्महत्या के लिए उकसाने का झूठा केस दर्ज किया गया है। अविनाश पर उन्होंने किसी प्रकार का कोई शंका नहीं जताई थी। 

 

सैक्टर-34 थाना पुलिस ने खुद ही ड्राइवर को बुलाकर पूछताछ की थी। उनकी कोठी में काम करने वाले अन्य स्टाफ से भी पुलिस ने पूछताछ की है। उन्होंने कहा कि  मृतक अविनाश के सुसाइड नोट में पुलिस द्वारा टार्चर करने का जिक्र है। उन्होंने कहा कि एक तो डेढ़ करोड़ की लूट हुई है ऊपर से उस पर ही पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है। 

 

ड्यूटी पर हो गए थे लेट इसलिए कर रही थी पुलिस पूछताछ :
अविनाश के बेटे पंकज यादव ने बताया कि उनके पिता लूट से एक दिन पहले और लूट के बाद ड्यूटी पर लेट पहुंचे थे। इसी कारण सैक्टर-34 थाना पुलिस उन पर शक जाहिर कर रही थी। पंकज यादव ने बताया कि  बहन को अस्पताल में चैक करवाने को लेकर पिता लेट हो गए थे। पुलिस बार-बार उनसे ड्यूटी पर लेट आने का कारण पूछ रही थी। 

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