Edited By bhavita joshi,Updated: 19 Apr, 2019 12:15 PM
आठ घंटे की शिफ्ट और वीकली ऑफ न करने के बावजूद पुलिस अफसर जवानों की छुट्टियां तक बंद कर देते हैं।
चंडीगढ़(सुशील): आठ घंटे की शिफ्ट और वीकली ऑफ न करने के बावजूद पुलिस अफसर जवानों की छुट्टियां तक बंद कर देते हैं। पुलिस अफसर पिछले दो साल में 12 बार जवानों की छुट्टी बंद कर चुके हैं। छुट्टियां लेने के लिए पुलिसकर्मियों को पुलिस स्टेशन से लेकर आला अफसरों के हाथ जोडऩे पड़ते हैं। स्टडी में पाया गया है कि पुलिस स्टेशन में वर्तमान में जवानों से ली जाने वाली ड्यूटी के कारण जवानों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं। पुलिसकर्मियों को कहना है कि कहीं कोई घटना होती है तो अफसर उनकी छुट्टी बंद करते हैं।
8 साल में 88 पुलिसकर्मी ले चुके वी.आर.एस.
लंबी ड्यूटी और वीकली आफ न मिलने के कारण पुलिसकर्मी तनाव का शिकार हो रहे हैं। इसी कारण 8 साल में 88 पुलिसकर्मी वी.आर.एस. ले चुके हैं, जबकि आठ पुलिसकर्मियों की वी.आर.एस. अफसरों के पास पैंडिंग है। एक जनवरी 2010 से एक अप्रैल 2019 तक 34 कांस्टेबल व हेड कांस्टैबल, 32 सब इंस्पैक्टर और 22 ए.एस.आई. ने वी.आर.एस. ली है। जबकि पुलिस अफसरों के पास पांच कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल, ए. एस.आई. और दो सब इंस्पैक्टरों की वी.आर.एस. पैंडिंग है।
लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है
चंडीगढ़ पुलिस के अफसरों ने अपने जवानों की दो साल में 12 बार छुट्टियां बंद की हैं, जिसमें 2017 में पांच बार और 2018 में सात बार छुट्टी बंद की गई थी। कई बार तो पुलिस अफसरों ने छुट्टियां बंद करने के आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन उन्हें खोलना भूल गए। जवानों को अब अपनी छुट्टी अपने विभाग के एस.एस.पी. से लेनी पड़ती है। छुट्टी लेने के लिए पहले पुलिसकर्मी को थाने व यूनिट के मुंशी के पास अप्लाई करना पड़ता है। इसके बाद थाना प्रभारी छुट्टी को डी.एस.पी. के पास फारवर्ड करता है। डी.एस.पी. छुट्टी की एप्लीकेशन को एस.एस.पी. के पास डाक में भेजेंगे। आखिर में एप्लीकेशन पर एस.एस.पी. साइन करेगी तो जवानों की छुट्टी मंजूर होगी।