Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Mar, 2022 07:55 AM
आज भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन व्रत-उपवास करने का विधान है। संकष्टी का अर्थ है, सभी संकटों से मुक्ति। गणेश जी के इस व्रत को करने से हर संकट कट जाता है। यूं तो संकष्टी हर माह आती है लेकिन भालचन्द्र संकष्टी का
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Bhalchandra Sankashti Chaturthi 2022: आज भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन व्रत-उपवास करने का विधान है। संकष्टी का अर्थ है, सभी संकटों से मुक्ति। गणेश जी के इस व्रत को करने से हर संकट कट जाता है। यूं तो संकष्टी हर माह आती है लेकिन भालचन्द्र संकष्टी का अपना एक विशेष महत्व है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से आप भगवान गणेश को तो प्रसन्न कर सकते हैं साथ ही अपनी कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति को शुभ बना सकते हैं। चन्द्र की शुभता से धन की स्थिति को मजबूत किया जा सकता है। आज के दिन इस खास मुहूर्त पर ये उपाय करने से आपको मिल सकता है बड़ा धन लाभ-
रात्रि के समय 9.15 से लेकर 10.45 के बीच अपने घर की छत पर बैठ जाएं। एक भोजपत्र लेकर शतावरी की कलम से उस पर चन्द्रदेव का ये मंत्र ओम सोम देवाय: नम: लिखकर 108 बार जाप करें। फिर इस भोजपत्र को घर की नॉर्थ वेस्ट डायरेक्शन में स्थापित कर दें। कुछ ही दिनों में पैसे का बहाव यकायक आपके घर की ओर बढ़ने लगेगा।
संध्या के समय भगवान गणेश को चंदन का इत्र, खोए से बनी मिठाई, सफेद वस्त्र, पुष्प और खसखस। ये 5 वस्तुएं अर्पित करते हुए धन में वृद्धि की कामना करें। फिर थोड़ी सी खसखस प्रसाद के रुप में अपने धन रखने के स्थान पर रखें।
आज के खास दिन घर की नॉर्थ वेस्ट दिवार पर खूबसूरत चांदनी रात जिसमें पूर्ण चन्द्रमा दिखे, ऐसा कोई चित्र लगाएं। ध्यान रहे, तस्वीर में कहीं भी उदसीनती नहीं झलकनी चाहिए।
भगवान गणेश की छोटी सी मूर्त घर के ब्रह्म स्थान में स्थापित करने से हर प्रकार की बाधा से आपको मुक्ति मिलेगी।
आज की रात अपने धन रखने के स्थान पर मलमल के कपड़े में लौंग, सिंदूर और सुपारी बांध कर रखने से पैसे की कभी कमी नहीं आती।
घर के नॉर्थ की दिशा में गंगा जल की एक बोतल और सवा किलो चावल रखने से कुबेर के खजाने आपके लिए खुल जाएंगे।
नीलम
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