Edited By Jyoti,Updated: 07 Feb, 2020 06:05 PM
क्या आप सुबह स्नान करते हैं? अब आप सोच रहे होंगे भला ये कैसा प्रश्न हुआ। हर कोई सुबह उठने के बाद सबसे पहले नहाता है फिर ही अपना दिन शुरू करता है यानि अपनी दिनचर्या शुरू करता है।
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क्या आप सुबह स्नान करते हैं? अब आप सोच रहे होंगे भला ये कैसा प्रश्न हुआ। हर कोई सुबह उठने के बाद सबसे पहले नहाता है फिर ही अपना दिन शुरू करता है यानि अपनी दिनचर्या शुरू करता है। हां वैसे कुछ ऐसे भी लोग होंगे जो आलस के चलते नहाते नहीं होंगे। चलिए खैर अगर आप नहाते नहीं भी है तो भी एक बार हमारा आर्टिकल ज़रूर पढ़ लें क्योंकि आज हम आपको 4 ऐसे काम बताने वाले हैं जिनके बाद नहाना हर किसी के लिए आवश्यक होता है। अगर कोई नहीं नहाता तो उन चार कामों का नैगेटिव असर हम पर पड़ता है। यहां जानें आचार्य चाणक्य द्वारा बताए वो 4 काम जिनके बाद न नहाना आपको पड़ सकता है मंहगा।
श्लोक-
तैलाभ्यङ्गे चिताधूमे मैथुने क्षौरकर्मणि।
तावद् भवति चाण्डालो यावत् स्नानं न चाचरेत्।
आचार्य कहते हैं अच्छा स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है। यही कारण है स्वास्थ्य के संबंध में कई प्रकार के नियम बनाए गए हैं। अच्छे खान-पान, अच्छे रहन-सहन एवं आदतों का भी हमारी सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ता है। आधे से ज्यादा बीमारियां तो केवल नहाने से ही दूर हो जाती हैं। उपरोक्त श्लोक में चाणक्य ने ऐसे काम बताए हैं, जिन्हें करने के बाद अच्छे स्वास्थ्य की दृष्टि से नहा लेना चाहिए।
पहला काम-
कहा जाता है तेल मालिश स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत लाभदायक माना जाता है। इसके बाद शरीर के रोम छिद्र खुल जाते हैं और अंदर का मेल बाहर हो जाता है। अत: इसलिए ही कहा जाता तेल मालिश के तुरंत बाद नहा लेना चाहिए। इससे शरीर का समस्त मेल और तेल साफ़ हो जाता है। त्वचा में चमक आती है। जो व्यक्ति तेल मालिश के बाद बिना नहीं नहाता और यूं ही बाहर चला जाता है, उसके अशुभ माना जाता है।
दूसरा काम-
मृतक की अंतिम यात्रा में जाएं या श्मशान जाते हैं तो वहां से आने के तुरंत बाद नहा लेना चाहिए। क्योंकि श्मशान के वातावरण में कई प्रकार के कीटाणु रहते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
तीसरा काम-
स्त्री हो या पुरुष, प्रेम-प्रसंग (काम क्रिया) के बाद नहाएं ज़रूर। क्योंकि कहा जाता है इससे स्त्री और पुरुष, दोनों ही अपवित्र हो जाते हैं। आचार्य चाणक्य के बते अनुसार इसके बाद जब तक नहाया न जाए, तब तक किसी भी स्त्री-पुरुष किसी भी तरह के धार्मिक कार्य के योग्य नहीं माने जाते।
चौथा काम-
हजामत यानि बाल कटवाने के बाद भी तुरंत स्नान कर लेना चाहिए।