Edited By ,Updated: 06 Dec, 2016 09:07 AM
आचार्य चाणक्य ने जीवन के प्रत्येक पहलुअों से संबंधित नीतियों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया है। जिन पर अमल करके हर व्यक्ति खुशहाल जीवन यापन कर
आचार्य चाणक्य ने जीवन के प्रत्येक पहलुअों से संबंधित नीतियों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया है। जिन पर अमल करके हर व्यक्ति खुशहाल जीवन यापन कर सकता है। चाणक्य ने अपनी नीतियों में कड़वी परंतु सच्ची बातों का उल्लेख किया है। चाणक्य ने ऐसे कार्यों के बारे में बताया है जो कोई भी किसी को नहीं सिखा सकता है अपितु ऐसे गुण उसमें जन्म से ही होते हैं।
* चाणक्य के अनुसार कोई भी व्यक्ति कितना दानवीर है ये उसके स्वभाव में ही रहता है। दानवीर व्यक्ति की दानशक्ति को कम करना या बढ़ाना सरल नहीं है। इस प्रकार की आदत व्यक्ति में उसके जन्म से ही होती है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी इच्छानुसार ही दान करता है।
* जीवन में हर पल अलग-अलग परिस्थितियां पैदा होती हैं। ऐसी परिस्थितियों में व्यक्ति को सही या गलत का निर्णय स्वयं लेना पड़ता है। जो व्यक्ति स्थिति के अनुसार उचित अौर अनुचित निर्णय समझ लेता है, वह जीवन में सफलता प्राप्त करता है। ये गुण भी व्यक्ति में उसके जन्म से होता है। किसी को नहीं सिखाया जा सकता कि वह किस समय कैसे निर्णय लें।
* व्यक्ति में धैर्य का गुण होना चाहिए। धैर्यवान व्यक्ति प्रत्येक विषम परिस्थिति से बचने में सक्षम होता है। कठिन परिस्थिति में धैर्य से काम लेने पर बुरे समय को दूर किया जा सकता है। यदि कार्य को जल्दी में बिना सोच-विचार करके किया जाए तो उससे बाद में हानि उठानी पड़ती है। ऐसे लोगों को धैर्य का ज्ञान देना भी व्यर्थ है क्योंकि ये गुण भी व्यक्ति में उसके जन्म से ही उसके स्वभाव में रहता हैं।
* मीठा बोलने वाला सभी का दिल जीत लेता है। जो व्यक्ति कड़वा बोलता है उसे मीठा बोलने के लिए कितना भी समझा लो लेकिन वह अधिक समय तक अपना स्वभाव नहीं बदल सकता। जो लोग जन्म से ही कड़वा बोलते हैं उन्हें मीठा बोलना नहीं सिखाया जा सकता है। ये गुण भी व्यक्ति में उसके जन्म से ही होता है।