Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Apr, 2024 08:17 AM
आजकल रमजान का महीना चल रहा है। इस कारण पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के सामने आमतौर पर व्यस्त रहने वाला बाजार दिन के दौरान निष्क्रिय रहता है। लेकिन एक बार जब
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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): आजकल रमजान का महीना चल रहा है। इस कारण पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के सामने आमतौर पर व्यस्त रहने वाला बाजार दिन के दौरान निष्क्रिय रहता है। लेकिन एक बार जब सूरज डूब जाता है, तो यह अचानक जीवंत हो उठता है। जिस समय रमजान का रोजा खत्म होता है तथा इफ्तार का समय शुरू होता है, उसके बाद सड़क पर रोशनी होती है और हवा में सुगंध भर जाती है। जगह-जगह इफ्तार की पेशकश करने वाले स्टॉल, जिसपर सूखे मेवे से लेकर नमकीन, कबाब से लेकर गर्म पकौड़े तक दिखाई देने लगते हैं। साथ ही बाजार ममें लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगती है।
जामा मस्जिद के लाल बलुआ पत्थर के गुंबद सूरज की आखिरी किरणों में नारंगी हो जाते हैं, गलियों में भीड़ जुटने लगती है। दिनभर रोजा रखने वाले लोग लोग अपना उपवास तोड़ने के बाद इत्र, कालीन, रंगीन ईद के कपड़े, चटनी और हजारों छोटी-छोटी चीजें बेचने वाली दुकानों पर कतार में खड़े हो जाते हैं खरीदारी करने के लिए।
खास बात यह है कि एक अरब शेख लोकप्रिय मोहब्बत की शरबत बनाता है, यह गुलाबी रंग का ताजा पेय है जो उपवास तोड़ने के लिए और 37 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले दिन में उपवास के बाद आपके शरीर को फिर से हाइड्रेट करने के लिए एकदम सही है। लेकिन सफेद टोपी पहने एक शेख पुरानी दिल्ली में क्या कर रहा है। पिछले साल स्थानीय नागरिक अरशद मलिक ने शेख की वेशभूषा में रूह अफजा का मिश्रण बेचना शुरू किया और उसका वीडियो वायरल हो गया। सफलता सफलता को जन्म देती है इसलिए इस साल मीना बाजार में शेखों की आबादी बढ़ गई है। बेहतरीन रूह अफजा का कारोबारा भी फलने-फूलने लगा है। रमजान के बाद इफ्तारी के चहल-पहल के बीच मनोरजंन के साधन भी जामा मस्जिद इलाके में उपलब्ध है। चाहे डिजाइन हो या न हो, इस वर्ष मध्ययुगीन मुगल मस्जिद के सामने ऊंट की सवारी में अरबी विषय को भी दोहराया गया है।
तबस्सुम सिद्दीकी ने हंसते हुए कहा कि जीवन में पहली बार मैं रमजान ऊंट की सवारी का आनंद ले रही हूं। उत्सव में सजे-धजे ऊंट के मालिक नौशाद, डोलती सवारी के लिए बच्चों से 50 रुपए और वयस्कों से 100 रुपये लेते हैं।