Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Jul, 2025 02:00 PM

Foods to Avoid in Sawan: सनातन धर्म में श्रावण (सावन) महीने का खास महत्व है, कुछ शिवभक्त सौर मास (श्रावण संक्रांति) से श्रावण मास (शिव पूजन) शुरू करेंगे और कुछ शिव भक्त चंद्र मास (श्रावण कृष्ण पक्ष) से। दोनों विधान उत्तम हैं। सावन में नवग्रह विश्राम...
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Foods to Avoid in Sawan: सनातन धर्म में श्रावण (सावन) महीने का खास महत्व है, कुछ शिवभक्त सौर मास (श्रावण संक्रांति) से श्रावण मास (शिव पूजन) शुरू करेंगे और कुछ शिव भक्त चंद्र मास (श्रावण कृष्ण पक्ष) से। दोनों विधान उत्तम हैं। सावन में नवग्रह विश्राम की स्थिति में होते हैं। इस मास में नवग्रह अपना कर्मफल देने से अधिक, देखने की स्थिति में होते हैं, इसलिए किसी भी नकारात्मक ग्रह-योग को उलटने का सर्वोत्तम समय सावन होता है। कुंडली के दोष दूर करने के लिए यह महीना संशोधन काल है।

Foods And Drinks To Avoid During Shravan Maas: सावन के महीने में खान-पान संबंधी भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। भोजन को प्रसाद की भांति खाना चाहिए न की स्वाद के वशीभूत होकर। भविष्य पुराण के अनुसार शरीर को स्वस्थ रखना भी मानव धर्म है क्योंकि निरोगी काया वाला व्यक्ति ही समाज और धर्म को प्रगती के मार्ग पर ले जा सकता है। सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कुछ भोज्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाएं गए हैं जैसे मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन, साग, बैंगन और दूध।
मांस- मदिरा, प्याज और लहसुन का सेवन तो कदापि नहीं करना चाहिए। यह अध्यात्म के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा उत्पन्न करते हैं। इनके सेवन से लोक ही नहीं परलोक भी बिगड़ जाता है।

साग अथवा हरी पत्तेदार सब्जियां खाना सेहत के लिए गुणकारी होता है। केवल सावन माह में इसके सेवन से हानि होती है। बैंगन को धर्म शास्त्रों में अशुद्ध माना गया है। इन दोनों को खाने के पीछे वैज्ञानिक आधार यह है कि सावन में इनमें कीड़े पड़ जाते हैं। जिससे सेहत को नुकसान होता है।

दही व कड़ी न खाएं और दूध से भी दूरी बनाकर रखें क्योंकि सावन में ये चीजें वात को बढ़ाती हैं। भगवान भोलेनाथ का अभिषेक दूध और दही से जरुर करें।
