Edited By Mehak,Updated: 12 Dec, 2025 06:43 PM

30 दिनों तक मांस न खाने से शरीर में कई सकारात्मक बदलाव दिखाई देने लगते हैं। सबसे पहले पाचन तंत्र हल्का महसूस करता है और पेट संबंधी समस्याएं कम होती हैं। कोलेस्ट्रॉल लेवल घटने लगता है जिससे दिल की सेहत बेहतर होती है। त्वचा पर ग्लो बढ़ सकता है क्योंकि...
नेशनल डेस्क : कई लोग रोजाना मीट खाते हैं और इसे प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है, लेकिन कुछ लोग धीरे-धीरे मीट छोड़ने की कोशिश करते हैं। अक्सर सवाल रहता है कि अचानक मीट छोड़ देने से शरीर पर क्या असर होता है। जानिए, अगर कोई व्यक्ति 30 दिनों तक मीट न खाए तो उसके शरीर में कौन-कौन से बदलाव दिखाई दे सकते हैं।
1. इंफ्लेमेशन कम होने लगती है
लाल मीट और प्रोसेस्ड मीट में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर में सूजन बढ़ने की संभावना रहती है। 30 दिनों तक मीट न खाने पर इंफ्लेमेशन में कमी देखने को मिल सकती है और शरीर हल्का महसूस होता है।
2. ऊर्जा स्तर में गिरावट संभव
मीट प्रोटीन और कई आवश्यक पोषक तत्वों का प्रमुख स्रोत है। इसे छोड़ने पर शुरुआती दिनों में कमजोरी, थकान और एनर्जी की कमी महसूस हो सकती है। इससे निपटने के लिए प्रोटीन से भरपूर शाकाहारी चीजें—दालें, चना, राजमा, पनीर आदि डाइट में शामिल करना जरूरी है।
3. पेट की सेहत पर सकारात्मक असर
मीट छोड़कर यदि व्यक्ति अनाज, सब्जियां और दालें अधिक खाता है तो गट हेल्थ बेहतर होने लगती है। प्लांट बेस्ड डाइट में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत करता है और गट बैक्टीरिया को हेल्दी बनाए रखता है।
4. मल त्याग की प्रक्रिया में बदलाव
फाइबर का सेवन बढ़ने पर मल ज्यादा भारी हो जाता है, जिससे बाथरूम में अपेक्षाकृत ज्यादा समय लग सकता है। यह सामान्य प्रक्रिया है और शरीर नए खानपान के हिसाब से धीरे-धीरे एडजस्ट हो जाता है।
क्या हैं संभावित जोखिम?
अगर मीट छोड़कर डाइट को बैलेंस्ड नहीं रखा गया तो -
- प्रोटीन की कमी हो सकती है
- हड्डियां कमजोर पड़ सकती हैं
- बोन फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ सकता है
- आयरन, विटामिन B12 और ओमेगा-3 की कमी हो सकती है
इसलिए जरूरी है कि मीट छोड़ने पर डाइट में ऐसे फूड्स शामिल किए जाएं जो उसकी कमी पूरी कर सकें।