Edited By Shubham Anand,Updated: 17 Dec, 2025 03:32 PM

आयुष चिकित्सकों के कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार द्वारा नुसरत प्रवीण का हिजाब हटाए जाने के विवाद के बाद नुसरत ने अपनी नौकरी से ब्रेक लेने का फैसला किया है। उनके भाई के अनुसार, नुसरत इस घटना से मानसिक आघात झेल रही हैं और काम पर लौटने का इरादा नहीं...
नेशनल डेस्क : सीएम नीतीश कुमार द्वारा आयुष चिकित्सकों के कार्यक्रम में नुसरत प्रवीण का हिजाब हटाए जाने वाले विवादित घटनाक्रम के बाद अब नया मोड़ सामने आया है। इस घटना के मानसिक प्रभाव के कारण नुसरत प्रवीण ने अपनी नौकरी से ब्रेक लेने का फैसला किया है। उनके भाई ने इंग्लिश मीडिया से बातचीत में कहा कि 20 दिसंबर को नुसरत को अपना पद संभालना था, लेकिन वह अभी भी सदमे में हैं और इस घटना को भूल नहीं पा रही हैं। उन्होंने बताया कि नुसरत इस समय मानसिक आघात से गुजर रही हैं और काम पर लौटने का कोई इरादा नहीं बना रही हैं।
नुसरत के भाई ने कहा कि परिवार लगातार यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि यह घटना किसी की गलती थी और नुसरत को अपने करियर पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन, आत्मसम्मान को पहुंची चोट और मानसिक आघात की वजह से नुसरत फिलहाल पीछे हट गई हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक नुसरत इस ट्रॉमा से बाहर नहीं आएंगी, तब तक काम पर लौटना संभव नहीं होगा।
भाई हैं लॉ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर
मिली जानकारी के मुताबिक नुसरत प्रवीण के भाई कोलकाता में रहते हैं और वे एक सरकारी लॉ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने इंग्लिश मीडिया को इंटरव्यू में यह सारी बातें साझा की हैं। कुछ दिन पहले आयुष चिकित्सकों के कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नुसरत प्रवीण से हिजाब हटवाया था। इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जा रहा था और वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इस घटना को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी प्रतिक्रिया दी।
राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पार्टी ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। राष्ट्रीय जनता दल ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला, जबकि कांग्रेस ने कहा कि यह कदम बीजेपी के प्रभाव में आकर उठाया गया। अब इस पूरे विवाद के बीच नुसरत प्रवीण के परिवार ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उनका कहना है कि नुसरत फिलहाल मानसिक आघात से गुजर रही हैं और काम पर लौटना उनके लिए संभव नहीं।