Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Dec, 2023 07:13 AM
जिनकी भी जन्म तारीख 6, 15, 24 है, वे सब मूलांक 6 के अंतर्गत आते हैं l आपका मूलांक छः होने से अंक ज्योतिष के आधार पर इसका अधिष्ठाता शुक्र ग्रह है। मूलांक छः के प्रभाववश आप के अन्दर आकर्षण
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Horoscope of Radix 6 in 2024: जिनकी भी जन्म तारीख 6, 15, 24 है, वे सब मूलांक 6 के अंतर्गत आते हैं l आपका मूलांक छः होने से अंक ज्योतिष के आधार पर इसका अधिष्ठाता शुक्र ग्रह है। मूलांक छः के प्रभाववश आप के अन्दर आकर्षण शक्ति तथा मिलन सरिता अधिक रहेगी। इस गुण के कारण आप लोक प्रियता प्राप्त करेंगे। सुन्दरता, सुन्दर वस्तुओं की ओर आकृष्ट होना आपकी सहज प्रवृत्ति होगी। विपरीत सेक्स के प्रति आपका आकर्षण रहेगा एवं सुन्दर नर-नारियों से संबंध बनाना, वार्तालाप करना आपकी प्रकृति में रहेगा। विभिन्न कलाओं के क्षेत्र में आपकी अभिरुचि रहेगी एवं कला के क्षेत्र को आप अपना रोजगार–व्यापार भी बना सकते हैं। संगीत- साहित्य, ललित कला, चित्र कला इत्यादि में रुचि रखेंगे।
सुन्दर वस्त्र धारण करना एवं सुसज्जित मकान में रहना आपको अच्छा लगेगा। अतिथियों का आदर सत्कार करने में आपको गर्व महसूस होगा। घर या ऑफिस में सभी वस्तुएं ढंग से सजावट के साथ रखना, सुरुचिपूर्ण फर्नीचर, परदे इत्यादि रखना आपको रास आयेगा।
स्वभाव में आपके थोड़ा हठीपन रहेगा एवं आपकी हमेशा यही कोशिश रहेगी कि आपकी बात को सामने वाला मान जाया करे। किसी बात पर अड़े रहना तथा ईर्ष्या की मात्रा आपके अन्दर अधिक रहेगी। आप कार्यक्षेत्र में किसी की प्रतिद्वंदिता को आसानी से सहन नहीं कर पायेंगे। जिसके कारण कभी-कभी मानसिक तनाव एवं आत्मग्लानि का भी सामना करना पड़ेगा।
आप दूसरों को अपना बना लेने की कला में पारंगत रहेंगे। शीघ्र मित्र बनाने की कला आपके अन्दर अधिक मात्रा में होने से आपके मित्रों की संख्या अधिक रहेगी।
वर्ष 2024 के वार्षिक अंक 8 से मूलांक 6 की मित्रता न होने से इस वर्ष कुछ संघर्ष की स्थति बन रही है परन्तु वहीं वर्ष 24 का अंक 6 होने से आपको मदद भी मिल रही है l अत: कार्य की सफलता के लिए परिवार व मित्रों से अपने सम्बन्ध बेहतर बनायें अन्यथा समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है l
शुभ रंग – सफ़ेद
शुभ अंक – 3, 6, 9
शुभ वार– शुक्रवार, गुरुवार, मंगलवार
शुभ माह – जनवरी, मार्च, सितम्बर
शुभ धातु – चांदी, प्लेटिनम
शुभ रत्न – हीरा, ओपल, क्रिस्टल
व्रत – शुक्रवार का
अनुकूल देवता – लक्ष्मी जी
मंत्र - ऊँ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः।।
जीवन में शुक्र ग्रह के शुभ प्रभावों की वृद्धि हेतु शुक्र गायत्री मंत्र का प्रातः स्नान के बाद ग्यारह, इक्कीस या एक सौ आठ बार जप करना लाभप्रद रहेगा।
शुक्र गायत्री मंत्र -
ऊँ भृगुजाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो शुक्रः प्रचोदयात्।।
आचार्य अनुपम जौली
anupamjolly@gmail.com